2 Chronicles 7:13 in Hindi

Hindi Hindi Bible 2 Chronicles 2 Chronicles 7 2 Chronicles 7:13

2 Chronicles 7:13
यदि मैं आकाश को ऐसा बन्द करूं, कि वर्षा न हो, वा टिडियों को देश उजाड़ने की आज्ञा दूं, वा अपनी प्रजा में मरी फैलाऊं,

2 Chronicles 7:122 Chronicles 72 Chronicles 7:14

2 Chronicles 7:13 in Other Translations

King James Version (KJV)
If I shut up heaven that there be no rain, or if I command the locusts to devour the land, or if I send pestilence among my people;

American Standard Version (ASV)
If I shut up the heavens so that there is no rain, or if I command the locust to devour the land, or if I send pestilence among my people;

Bible in Basic English (BBE)
If, at my word, heaven is shut up, so that there is no rain, or if I send locusts on the land for its destruction, or if I send disease on my people;

Darby English Bible (DBY)
If I shut up the heavens that there be no rain, or if I command the locust to devour the land, or if I send pestilence among my people;

Webster's Bible (WBT)
If I shut up heaven that there be no rain, or if I command the locusts to devour the land, or if I send pestilence among my people;

World English Bible (WEB)
If I shut up the sky so that there is no rain, or if I command the locust to devour the land, or if I send pestilence among my people;

Young's Literal Translation (YLT)
If I restrain the heavens and there is no rain, and if I lay charge on the locust to consume the land, and if I send pestilence among My people --

If
הֵ֣ןhēnhane
I
shut
up
אֶֽעֱצֹ֤רʾeʿĕṣōreh-ay-TSORE
heaven
הַשָּׁמַ֙יִם֙haššāmayimha-sha-MA-YEEM
be
there
that
וְלֹֽאwĕlōʾveh-LOH
no
יִהְיֶ֣הyihyeyee-YEH
rain,
מָטָ֔רmāṭārma-TAHR
or
if
וְהֵןwĕhēnveh-HANE
I
command
אֲצַוֶּ֥הʾăṣawweuh-tsa-WEH

עַלʿalal
the
locusts
חָגָ֖בḥāgābha-ɡAHV
to
devour
לֶֽאֱכ֣וֹלleʾĕkôlleh-ay-HOLE
the
land,
הָאָ֑רֶץhāʾāreṣha-AH-rets
if
or
וְאִםwĕʾimveh-EEM
I
send
אֲשַׁלַּ֥חʾăšallaḥuh-sha-LAHK
pestilence
דֶּ֖בֶרdeberDEH-ver
among
my
people;
בְּעַמִּֽי׃bĕʿammîbeh-ah-MEE

Cross Reference

2 इतिहास 6:26
जब वे तेरे विरुद्ध पाप करें, और इस कारण आकाश इतना बन्द हो जाए कि वर्षा न हो, ऐसे समय यदि वे इस स्थान की ओर प्रार्थना कर के तेरे नाम को मानें, और तू जो उन्हें दु:ख देता है, इस कारण वे अपने पाप से फिरें,

प्रकाशित वाक्य 11:6
इन्हें अधिकार है, कि आकाश को बन्द करें, कि उन की भविष्यद्ववाणी के दिनों में मेंह न बरसे, और उन्हें सब पानी पर अधिकार है, कि उसे लोहू बनाएं, और जब जब चाहें तब तब पृथ्वी पर हर प्रकार की विपत्ति लाएं।

प्रकाशित वाक्य 3:7
और फिलेदिलफिया की कलीसिया के दूत को यह लिख, कि, जो पवित्र और सत्य है, और जो दाऊद की कुंजी रखता है, जिस के खोले हुए को कोई बन्द नहीं कर सकता और बन्द किए हुए को कोई खोल नहीं सकता, वह यह कहता है, कि।

लूका 4:25
और मैं तुम से सच कहता हूं, कि एलिय्याह के दिनों में जब साढ़े तीन वर्ष तक आकाश बन्द रहा, यहां तक कि सारे देश में बड़ा आकाल पड़ा, तो इस्राएल में बहुत सी विधवाएं थीं।

योएल 2:25
और जिन वर्षों की उपज अर्बे नाम टिड्डियों, और येलेक, और हासील ने, और गाजाम नाम टिड्डियों ने, अर्थात मेरे बड़े दल ने जिस को मैं ने तुम्हारे बीच भेजा, खा ली थी, मैं उसकी हानि तुम को भर दूंगा॥

योएल 1:4
जो कुछ गाजाम नाम टिड्डी से बचा; उसे अर्बे नाम टिड्डी ने खा लिया। और जो कुछ अर्बे नाम टिड्डी से बचा, उसे येलेक नाम टिड्डी ने खा लिया, और जो कुछ येलेक नाम टिड्डी से बचा, उसे हासील नाम टिड्डी ने खा लिया है।

यहेजकेल 14:19
यदि मैं उस देश में मरी फैलाऊं और उस पर अपनी जलजलाहट भड़का कर उसका लोहू ऐसा बहाऊं कि वहां के मनुष्य और पशु दोनों नाश हों,

भजन संहिता 107:34
वह फलवन्त भूमि को नोनी करता है, यह वहां के रहने वालों की दुष्टता के कारण होता है।

भजन संहिता 105:34
उसने आज्ञा दी तब अनगिनत टिडि्डयां, और कीड़े आए,

अय्यूब 12:14
देखो, जिस को वह ढा दे, वह फिर बनाया नहीं जाता; जिस मनुष्य को वह बन्द करे, वह फिर खोला नहीं जाता।

अय्यूब 11:10
जब ईश्वर बीच से गुजरकर बन्द कर दे और अदालत (कचहरी) में बुलाए, तो कौन उसको रोक सकता है।

2 शमूएल 24:13
सो गाद ने दाऊद के पास जा कर इसका समाचार दिया, और उस से पूछा, क्या तेरे देश में सात वर्ष का अकाल पड़े? वा तीन महीने तक तेरे शत्रु तेरा पीछा करते रहें और तू उन से भागता रहे? वा तेरे देश में तीन दिन तक मरी फैली रहे? अब सोच विचार कर, कि मैं अपने भेजने वाले को क्या उत्तर दूं।

व्यवस्थाविवरण 11:17
और यहोवा का कोप तुम पर भड़के, और वह आकाश की वर्षा बन्द कर दे, और भूमि अपनी उपज न दे, और तुम उस उत्तम देश में से जो यहोवा तुम्हें देता है शीघ्र नष्ट हो जाओ।

गिनती 16:46
और मूसा ने हारून से कहा, धूपदान को ले कर उस में वेदी पर से आग रखकर उस पर धूप डाल, मण्डली के पास फुरती से जा कर उसके लिये प्रायश्चित्त कर; क्योंकि यहोवा का कोप अत्यन्त भड़का है, और मरी फैलने लगी है।

गिनती 14:12
मैं उन्हें मरी से मारूंगा, और उनके निज भाग से उन्हें निकाल दूंगा, और तुझ से एक जाति उपजाऊंगा जो उन से बड़ी और बलवन्त होगी।

निर्गमन 10:4
यदि तू मेरी प्रजा को जाने न दे तो सुन, कल मैं तेरे देश में टिड्डियां ले आऊंगा।