2 Chronicles 32:31
तौभी जब बाबेल के हाकिमों ने उसके पास उसके देश में किए हुए चमत्कार के विषय पूछने को दूत भेजे तब परमेश्वर ने उसको इसलिये छोड़ दिया, कि उसको परख कर उसके मन का सारा भेद जान ले।
2 Chronicles 32:31 in Other Translations
King James Version (KJV)
Howbeit in the business of the ambassadors of the princes of Babylon, who sent unto him to enquire of the wonder that was done in the land, God left him, to try him, that he might know all that was in his heart.
American Standard Version (ASV)
Howbeit in `the business of' the ambassadors of the princes of Babylon, who sent unto him to inquire of the wonder that was done in the land, God left him, to try him, that he might know all that was in his heart.
Bible in Basic English (BBE)
However, in the business of the representatives sent by the rulers of Babylon to get news of the wonder which had taken place in the land, God gave up guiding him, testing him to see what was in his heart.
Darby English Bible (DBY)
However in [the matter of] the ambassadors of the princes of Babylon, who sent to him to inquire of the wonder that was done in the land, God left him, to try him, that he might know all [that was] in his heart.
Webster's Bible (WBT)
But, in the business of the embassadors of the princes of Babylon, who sent to him to inquire of the wonder that was done in the land, God left him, to try him, that he might know all that was in his heart.
World English Bible (WEB)
However in [the business of] the ambassadors of the princes of Babylon, who sent to him to inquire of the wonder that was done in the land, God left him, to try him, that he might know all that was in his heart.
Young's Literal Translation (YLT)
and so with the ambassadors of the heads of Babylon, those sending unto him to inquire of the wonder that hath been in the land, God hath left him to try him, to know all in his heart,
| Howbeit | וְכֵ֞ן | wĕkēn | veh-HANE |
| ambassadors the of business the in | בִּמְלִיצֵ֣י׀ | bimlîṣê | beem-lee-TSAY |
| of the princes | שָׂרֵ֣י | śārê | sa-RAY |
| Babylon, of | בָּבֶ֗ל | bābel | ba-VEL |
| who sent | הַֽמְשַׁלְּחִ֤ים | hamšallĕḥîm | hahm-sha-leh-HEEM |
| unto | עָלָיו֙ | ʿālāyw | ah-lav |
| of inquire to him | לִדְרֹ֗שׁ | lidrōš | leed-ROHSH |
| the wonder | הַמּוֹפֵת֙ | hammôpēt | ha-moh-FATE |
| that | אֲשֶׁ֣ר | ʾăšer | uh-SHER |
| was | הָיָ֣ה | hāyâ | ha-YA |
| done in the land, | בָאָ֔רֶץ | bāʾāreṣ | va-AH-rets |
| God | עֲזָב֖וֹ | ʿăzābô | uh-za-VOH |
| left | הָֽאֱלֹהִ֑ים | hāʾĕlōhîm | ha-ay-loh-HEEM |
| him, to try | לְנַ֨סּוֹת֔וֹ | lĕnassôtô | leh-NA-soh-TOH |
| know might he that him, | לָדַ֖עַת | lādaʿat | la-DA-at |
| all | כָּל | kāl | kahl |
| that was in his heart. | בִּלְבָבֽוֹ׃ | bilbābô | beel-va-VOH |
Cross Reference
व्यवस्थाविवरण 8:2
और स्मरण रख कि तेरा परमेश्वर यहोवा उन चालीस वर्षों में तुझे सारे जंगल के मार्ग में से इसलिये ले आया है, कि वह तुझे नम्र बनाए, और तेरी परीक्षा करके यह जान ले कि तेरे मन में क्या क्या है, और कि तू उसकी आज्ञाओं का पालन करेगा वा नहीं।
2 इतिहास 32:24
उन दिनों हिजकिय्याह ऐसा रोगी हुआ, कि वह मरा चाहता था, तब उसने यहोवा से प्रार्थना की; और उसने उस से बातें कर के उसके लिये एक चमत्कार दिखाया।
उत्पत्ति 22:1
इन बातों के पश्चात ऐसा हुआ कि परमेश्वर ने, इब्राहीम से यह कहकर उसकी परीक्षा की, कि हे इब्राहीम: उसने कहा, देख, मैं यहां हूं।
व्यवस्थाविवरण 8:16
और तुझे जंगल में मन्ना खिलाया, जिसे तुम्हारे पुरखा जानते भी न थे, इसलिये कि वह तुझे नम्र बनाए, और तेरी परीक्षा करके अन्त में तेरा भला ही करे।
यशायाह 38:7
यहोवा अपने इस कहे हुए वचन को पूरा करेगा,
यशायाह 39:1
उस समय बलदान का पुत्र मरोदक बलदान, जो बाबुल का राजा था, उसने हिजकिय्याह के रोगी होने और फिर चंगे हो जाने की चर्चा सुनकर उसके पास पत्री और भेंट भेजी।
जकर्याह 13:9
उस तिहाई को मैं आग में डाल कर ऐसा निर्मल करूंगा, जैसा रूपा निर्मल किया जाता है, और ऐसा जाचूंगा जैसा सोना जांचा जाता है। वे मुझ से प्रार्थना किया करेंगे, और मैं उनकी सुनूंगा। मैं उनके विषय में कहूंगा, ये मेरी प्रजा हैं, और वे मेरे विषय में कहेंगे, यहोवा हमारा परमेश्वर है॥
मलाकी 3:2
परन्तु उसके आने के दिन की कौन सह सकेगा? और जब वह दिखाई दे, तब कौन खड़ा रह सकेगा? क्योंकि वह सोनार की आग और धोबी के साबुन के समान है।
यूहन्ना 15:5
मैं दाखलता हूं: तुम डालियां हो; जो मुझ में बना रहता है, और मैं उस में, वह बहुत फल फलता है, क्योंकि मुझ से अलग होकर तुम कुछ भी नहीं कर सकते।
याकूब 1:13
जब किसी की परीक्षा हो, तो वह यह न कहे, कि मेरी परीक्षा परमेश्वर की ओर से होती है; क्योंकि न तो बुरी बातों से परमेश्वर की परीक्षा हो सकती है, और न वह किसी की परीक्षा आप करता है।
नीतिवचन 17:3
चान्दी के लिये कुठाली, और सोने के लिये भट्ठी होती है, परन्तु मनों को यहोवा जांचता है।
भजन संहिता 139:23
हे ईश्वर, मुझे जांच कर जान ले! मुझे परख कर मेरी चिन्ताओं को जान ले!
व्यवस्थाविवरण 13:3
तब तुम उस भविष्यद्वक्ता वा स्वप्न देखने वाले के वचन पर कभी कान न धरना; क्योंकि तुम्हारा परमेश्वर यहोवा तुम्हारी परीक्षा लेगा, जिस से यह जान ले, कि ये मुझ से अपने सारे मन और सारे प्राण के साथ प्रेम रखते हैं वा नहीं?
न्यायियों 16:20
तब उसने कहा, हे शिमशोन, पलिश्ती तेरी घात में हैं! तब वह चौंककर सोचने लगा, कि मैं पहिले की नाईं बाहर जा कर झटकूंगा। वह तो न जानता था, कि यहोवा उसके पास से चला गया है।
2 राजा 20:8
हिजकिय्याह ने यशायाह से पूछा, यहोवा जो मुझे चंगा करेगा और मैं परसों यहोवा के भवन को जा सकूंगा, इसका क्या चिन्ह होगा?
अय्यूब 1:11
और उसकी सम्पत्ति देश भर में फैल गई है। परन्तु अब अपना हाथ बढ़ाकर जो कुछ उसका है, उसे छू; तब वह तेरे मुंह पर तेरी निन्दा करेगा।
अय्यूब 2:3
यहोवा ने शैतान से पूछा, क्या तू ने मेरे दास अय्यूब पर ध्यान दिया है कि पृथ्वी पर उसके तुल्य खरा और सीधा और मेरा भय मानने वाला और बुराई से दूर रहने वाला मनुष्य और कोई नहीं है? और यद्यापि तू ने मुझे उसको बिना कारण सत्यानाश करते को उभारा, तौभी वह अब तक अपनी खराई पर बना है।
भजन संहिता 27:9
अपना मुख मुझ से न छिपा॥ अपने दास को क्रोध करके न हटा, तू मेरा सहायक बना है। हे मेरे उद्धार करने वाले परमेश्वर मुझे त्याग न दे, और मुझे छोड़ न दे!
भजन संहिता 51:11
मुझे अपने साम्हने से निकाल न दे, और अपने पवित्र आत्मा को मुझ से अलग न कर।
भजन संहिता 119:116
हे यहोवा, अपने वचन के अनुसार मुझे सम्भाल, कि मैं जीवित रहूं, और मेरी आशा को न तोड़!
भजन संहिता 139:1
हे यहोवा, तू ने मुझे जांच कर जान लिया है॥
1 पतरस 1:7
और यह इसलिये है कि तुम्हारा परखा हुआ विश्वास, जो आग से ताए हुए नाशमान सोने से भी कहीं, अधिक बहुमूल्य है, यीशु मसीह के प्रगट होने पर प्रशंसा, और महिमा, और आदर का कारण ठहरे।