2 Chronicles 26:5
और जकर्याह के दिनों में जो परमेश्वर के दर्शन के विषय समझ रखता था, वह परमेश्वर की खोज में लगा रहता था; और जब तक वह यहोवा की खोज में लगा रहा, तब तक परमेश्वर उसको भाग्यवान किए रहा।
2 Chronicles 26:5 in Other Translations
King James Version (KJV)
And he sought God in the days of Zechariah, who had understanding in the visions of God: and as long as he sought the LORD, God made him to prosper.
American Standard Version (ASV)
And he set himself to seek God in the days of Zechariah, who had understanding in the vision of God: and as long as he sought Jehovah, God made him to prosper.
Bible in Basic English (BBE)
He gave himself to searching after God in the days of Zechariah, who made men wise in the fear of God; and as long as he was true to the Lord, God made things go well for him.
Darby English Bible (DBY)
And he sought God in the days of Zechariah, who had understanding in the visions of God; and in the days that he sought Jehovah, God made him to prosper.
Webster's Bible (WBT)
And he sought God in the days of Zechariah, who had understanding in the visions of God: and, as long as he sought the LORD, God made him to prosper.
World English Bible (WEB)
He set himself to seek God in the days of Zechariah, who had understanding in the vision of God: and as long as he sought Yahweh, God made him to prosper.
Young's Literal Translation (YLT)
and he is as one seeking God in the days of Zechariah who hath understanding in visions of God: and in the days of his seeking Jehovah, God hath caused him to prosper.
| And he sought | וַֽיְהִי֙ | wayhiy | va-HEE |
| לִדְרֹ֣שׁ | lidrōš | leed-ROHSH | |
| God | אֱלֹהִ֔ים | ʾĕlōhîm | ay-loh-HEEM |
| in the days | בִּימֵ֣י | bîmê | bee-MAY |
| Zechariah, of | זְכַרְיָ֔הוּ | zĕkaryāhû | zeh-hahr-YA-hoo |
| who had understanding | הַמֵּבִ֖ין | hammēbîn | ha-may-VEEN |
| in the visions | בִּרְאֹ֣ת | birʾōt | beer-OTE |
| God: of | הָֽאֱלֹהִ֑ים | hāʾĕlōhîm | ha-ay-loh-HEEM |
| and as long as | וּבִימֵי֙ | ûbîmēy | oo-vee-MAY |
| he sought | דָּרְשׁ֣וֹ | doršô | dore-SHOH |
| אֶת | ʾet | et | |
| the Lord, | יְהוָ֔ה | yĕhwâ | yeh-VA |
| God | הִצְלִיח֖וֹ | hiṣlîḥô | heets-lee-HOH |
| made him to prosper. | הָֽאֱלֹהִֽים׃ | hāʾĕlōhîm | HA-ay-loh-HEEM |
Cross Reference
2 इतिहास 24:2
और जब तक यहोयादा याजक जीवित रहा, तब तक योआश वह काम करता रहा जो यहोवा की दृष्टि में ठीक है।
दानिय्येल 1:17
और परमेश्वर ने उन चारों जवानों को सब शास्त्रों, और सब प्रकार की विद्याओं में बुद्धिमानी और प्रवीणता दी; और दानिय्येल सब प्रकार के दर्शन और स्वपन के अर्थ का ज्ञानी हो गया।
2 इतिहास 15:2
और वह आसा से भेंट करने निकला, और उस से कहा, हे आसा, और हे सारे यहूदा और बिन्यामीन मेरी सुनो, जब तक तुम यहोवा के संग रहोगे तब तक वह तुम्हारे संग रहेगा; और यदि तुम उसकी खोज में लगे रहो, तब तो वह तुम से मिला करेगा, परन्तु यदि तुम उसको त्याग दोगे तो वह भी तुम को त्याग देगा।
दानिय्येल 10:1
फारस देश के राजा कुस्रू के राज्य के तीसरे वर्ष में दानिय्येल पर, जो बेलतशस्सर भी कहलाता है, एक बात प्रगट की गई। और वह बात सच थी कि बड़ा युद्ध होगा। उसने इस बात को बूझ लिया, और उसको इस देखी हुई बात की समझ आ गई॥
1 इतिहास 22:13
तू तब ही कृतार्थ होगा जब उन विधियों और नियमों पर चलने की चौकसी करेगा, जिनकी आज्ञा यहोवा ने इस्राएल के लिये मूसा को दी थी। हियाव बान्ध और दृढ़ हो। मत डर; और तेरा मन कच्चा न हो।
प्रेरितों के काम 20:30
तुम्हारे ही बीच में से भी ऐसे ऐसे मनुष्य उठेंगे, जो चेलों को अपने पीछे खींच लेने को टेढ़ी मेढ़ी बातें कहेंगे।
मरकुस 4:16
और वैसे ही जो पत्थरीली भूमि पर बोए जाते हैं, ये वे हैं, कि जो वचन को सुनकर तुरन्त आनन्द से ग्रहण कर लेते हैं।
होशे 6:4
हे एप्रैम, मैं तुझ से क्या करूं? हे यहूदा, मैं तुझ से क्या करूं? तुम्हारा स्नेह तो भोर के मेघ के समान, और सवेरे उड़ जाने वाली ओस के समान है।
दानिय्येल 5:16
परन्तु मैं ने तेरे विषय में सुना है कि दानिय्येल भेद खोल सकता और सन्देह दूर कर सकता है। इसलिये अब यदि तू उस लिखे हुए को पढ़ सके और उसका अर्थ भी मुझे समझा सके, तो तुझे बैंजनी रंग का वस्त्र, और तेरे गले में सोने की कण्ठमाला पहिनाई जाएगी, और राज्य में तीसरा तू ही प्रभुता करेगा॥
दानिय्येल 2:19
तब वह भेद दानिय्येल को रात के समय दर्शन के द्वारा प्रगट किया गया। सो दानिय्येल ने स्वर्ग के परमेश्वर का यह कह कर धन्यवाद किया,
भजन संहिता 1:3
वह उस वृक्ष के समान है, जो बहती नालियों के किनारे लगाया गया है। और अपनी ऋतु में फलता है, और जिसके पत्ते कभी मुरझाते नहीं। इसलिये जो कुछ वह पुरूष करे वह सफल होता है॥
2 इतिहास 25:8
यदि तू जा कर पुरुषार्थ करे; और युद्ध के लिये हियाव वान्धे, तौभी परमेश्वर तुझे शत्रुओं के साम्हने गिराएगा, क्योंकि सहायता करने और गिरा देने दोनों में परमेश्वर सामथीं है।
1 इतिहास 22:11
अब हे मेरे पुत्र, यहोवा तेरे संग रहे, और तू कृतार्थ हो कर उस वचन के अनुसार जो तेरे परमेश्वर यहोवा ने तेरे विषय कहा है, उसका भवन बनाना।
न्यायियों 2:7
और यहोशू के जीवन भर, और उन वृद्ध लोगों के जीवन भर जो यहोशू के मरने के बाद जीवित रहे और देख चुके थे कि यहोवा ने इस्राएल के लिये कैसे कैसे बड़े काम किए हैं, इस्राएली लोग यहोवा की सेवा करते रहे।
उत्पत्ति 41:38
सो फिरौन ने अपने कर्मचारियोंसे कहा, कि क्या हम को ऐसा पुरूष जैसा यह है, जिस में परमेश्वर का आत्मा रहता है, मिल सकता है?
उत्पत्ति 41:15
फिरौन ने यूसुफ से कहा, मैं ने एक स्वप्न देखा है, और उसके फल का बताने वाला कोई भी नहीं; और मैं ने तेरे विषय में सुना है, कि तू स्वप्न सुनते ही उसका फल बता सकता है।