1 Timothy 1:9
यह जानकर कि व्यवस्था धर्मी जन के लिये नहीं, पर अधमिर्यों, निरंकुशों, भक्तिहीनों, पापीयों, अपवित्रों और अशुद्धों, मां-बाप के घात करने वालों, हत्यारों।
1 Timothy 1:9 in Other Translations
King James Version (KJV)
Knowing this, that the law is not made for a righteous man, but for the lawless and disobedient, for the ungodly and for sinners, for unholy and profane, for murderers of fathers and murderers of mothers, for manslayers,
American Standard Version (ASV)
as knowing this, that law is not made for a righteous man, but for the lawless and unruly, for the ungodly and sinners, for the unholy and profane, for murderers of fathers and murderers of mothers, for manslayers,
Bible in Basic English (BBE)
With the knowledge that the law is made, not for the upright man, but for those who have no respect for law and order, for evil men and sinners, for the unholy and those who have no religion, for those who put their fathers or mothers to death, for takers of life,
Darby English Bible (DBY)
knowing this, that law has not its application to a righteous person, but to [the] lawless and insubordinate, to [the] impious and sinful, to [the] unholy and profane, to smiters of fathers and smiters of mothers; to murderers,
World English Bible (WEB)
as knowing this, that law is not made for a righteous man, but for the lawless and insubordinate, for the ungodly and sinners, for the unholy and profane, for murderers of fathers and murderers of mothers, for manslayers,
Young's Literal Translation (YLT)
having known this, that for a righteous man law is not set, but for lawless and insubordinate persons, ungodly and sinners, impious and profane, parricides and matricides, men-slayers,
| Knowing | εἰδὼς | eidōs | ee-THOSE |
| this, | τοῦτο | touto | TOO-toh |
| that | ὅτι | hoti | OH-tee |
| the law | δικαίῳ | dikaiō | thee-KAY-oh |
| for not is | νόμος | nomos | NOH-mose |
| made | οὐ | ou | oo |
| man, righteous a | κεῖται | keitai | KEE-tay |
| but | ἀνόμοις | anomois | ah-NOH-moos |
| for the lawless | δὲ | de | thay |
| and | καὶ | kai | kay |
| disobedient, | ἀνυποτάκτοις | anypotaktois | ah-nyoo-poh-TAHK-toos |
| ungodly the for | ἀσεβέσιν | asebesin | ah-say-VAY-seen |
| and | καὶ | kai | kay |
| for sinners, | ἁμαρτωλοῖς | hamartōlois | a-mahr-toh-LOOS |
| unholy for | ἀνοσίοις | anosiois | ah-noh-SEE-oos |
| and | καὶ | kai | kay |
| profane, | βεβήλοις | bebēlois | vay-VAY-loos |
| fathers of murderers for | πατραλῴαις | patralōais | pa-tra-LOH-ase |
| and | καὶ | kai | kay |
| murderers of mothers, | μητραλῴαις | mētralōais | may-tra-LOH-ase |
| for manslayers, | ἀνδροφόνοις | androphonois | an-throh-FOH-noos |
Cross Reference
1 पतरस 4:18
और यदि धर्मी व्यक्ति ही कठिनता से उद्धार पाएगा, तो भक्तिहीन और पापी का क्या ठिकाना?
गलातियों 5:23
और कृपा, भलाई, विश्वास, नम्रता, और संयम हैं; ऐसे ऐसे कामों के विरोध में कोई भी व्यवस्था नहीं।
इब्रानियों 12:16
ऐसा न हो, कि कोई जन व्यभिचारी, कष्ट ऐसाव की नाईं अधर्मी हो, जिस न एक बार के भोजन के बदले अपने पहिलौठे होने का पद बेच डाला।
रोमियो 1:30
बदनाम करने वाले, परमेश्वर के देखने में घृणित, औरों का अनादर करने वाले, अभिमानी, डींगमार, बुरी बुरी बातों के बनाने वाले, माता पिता की आज्ञा न मानने वाले।
रोमियो 5:20
और व्यवस्था बीच में आ गई, कि अपराध बहुत हो, परन्तु जहां पाप बहुत हुआ, वहां अनुग्रह उस से भी कहीं अधिक हुआ।
गलातियों 3:19
तब फिर व्यवस्था क्यों दी गई? वह तो अपराधों के कारण बाद में दी गई, कि उस वंश के आने तक रहे, जिस को प्रतिज्ञा दी गई थी, और वह स्वर्गदूतों के द्वारा एक मध्यस्थ के हाथ ठहराई गई।
तीतुस 1:16
वे कहते हैं, कि हम परमेश्वर को जानते हैं: परअपने कामों से उसका इन्कार करते हैं, क्योंकि वे घृणित और आज्ञा न मानने वाले हैं: और किसी अच्छे काम के योग्य नहीं॥
तीतुस 3:3
क्योंकि हम भी पहिले, निर्बुद्धि, और आज्ञा न मानने वाले, और भ्रम में पड़े हुए, और रंग रंग के अभिलाषाओं और सुखविलास के दासत्व में थे, और बैरभाव, और डाह करने में जीवन निर्वाह करते थे, और घृणित थे, और एक दूसरे से बैर रखते थे।
रोमियो 6:14
और तुम पर पाप की प्रभुता न होगी, क्योंकि तुम व्यवस्था के आधीन नहीं वरन अनुग्रह के आधीन हो॥
गलातियों 3:10
सो जितने लोग व्यवस्था के कामों पर भरोसा रखते हैं, वे सब श्राप के आधीन हैं, क्योंकि लिखा है, कि जो कोई व्यवस्था की पुस्तक में लिखी हुई सब बातों के करने में स्थिर नहीं रहता, वह श्रापित है।
गलातियों 5:21
डाह, मतवालापन, लीलाक्रीड़ा, और इन के जैसे और और काम हैं, इन के विषय में मैं तुम को पहिले से कह देता हूं जैसा पहिले कह भी चुका हूं, कि ऐसे ऐसे काम करने वाले परमेश्वर के राज्य के वारिस न होंगे।
2 थिस्सलुनीकियों 2:8
तब वह अधर्मी प्रगट होगा, जिसे प्रभु यीशु अपने मुंह की फूंक से मार डालेगा, और अपने आगमन के तेज से भस्म करेगा।
इब्रानियों 11:31
विश्वास ही से राहाब वेश्या आज्ञा ने मानने वालों के साथ नाश नहीं हुई; इसलिये कि उस ने भेदियों को कुशल से रखा था।
1 पतरस 2:7
सो तुम्हारे लिये जो विश्वास करते हो, वह तो बहुमूल्य है, पर जो विश्वास नहीं करते उन के लिये जिस पत्थर को राजमिस्त्रीयों ने निकम्मा ठहराया था, वही कोने का सिरा हो गया।
1 पतरस 3:20
जिन्होंने उस बीते समय में आज्ञा न मानी जब परमेश्वर नूह के दिनों में धीरज धर कर ठहरा रहा, और वह जहाज बन रहा था, जिस में बैठकर थोड़े लोग अर्थात आठ प्राणी पानी के द्वारा बच गए।
प्रकाशित वाक्य 21:8
पर डरपोकों, और अविश्वासियों, और घिनौनों, और हत्यारों, और व्यभिचारियों, और टोन्हों, और मूर्तिपूजकों, और सब झूठों का भाग उस झील में मिलेगा, जो आग और गन्धक से जलती रहती है: यह दूसरी मृत्यु है॥
प्रकाशित वाक्य 22:15
पर कुत्ते, और टोन्हें, और व्यभिचारी, और हत्यारे और मूर्तिपूजक, और हर एक झूठ का चाहने वाला, और गढ़ने वाला बाहर रहेगा॥
रोमियो 4:13
क्योंकि यह प्रतिज्ञा कि वह जगत का वारिस होगा, न इब्राहीम को, न उसके वंश को व्यवस्था के द्वारा दी गई थी, परन्तु विश्वास की धामिर्कता के द्वारा मिली।
मत्ती 10:21
भाई, भाई को और पिता पुत्र को, घात के लिये सौंपेंगे, और लड़के-बाले माता-पिता के विरोध में उठकर उन्हें मरवा डालेंगे।
यहेजकेल 21:25
और हे इस्राएल दुष्ट प्रधान, तेरा दिन आ गया है; अधर्म के अन्त का समय पहुंच गया है।
निर्गमन 20:13
तू खून न करना॥
निर्गमन 21:14
परन्तु यदि कोई ढिठाई से किसी पर चढ़ाई करके उसे छल से घात करे, तो उसको मार डालने के लिये मेरी वेदी के पास से भी अलग ले जाना॥
लैव्यवस्था 20:9
कोई क्यों न हो जो अपने पिता वा माता को शाप दे वह निश्चय मार डाला जाए; उसने अपने पिता वा माता को शाप दिया है, इस कारण उसका खून उसी के सिर पर पड़ेगा।
गिनती 35:30
और जो कोई किसी मनुष्य को मार डाले वह साक्षियों के कहने पर मार डाला जाए, परन्तु एक ही साक्षी की साक्षी से कोई न मार डाला जाए।
व्यवस्थाविवरण 21:6
फिर जो नगर उस लोथ के सब से निकट ठहरे, उसके सब सियाने लोग उस कलोर के ऊपर जिसका गला तराई में तोड़ा गया हो अपने अपने हाथ धोकर कहें,
व्यवस्थाविवरण 27:16
शापित हो वह जो अपने पिता वा माता को तुच्छ जाने। तब सब लोग कहें, आमीन॥
2 शमूएल 16:11
फिर दाऊद ने अबीशै और अपने सब कर्मचारियों से कहा, जब मेरा निज पुत्र भी मेरे प्राण का खोजी है, तो यह बिन्यामीनी अब ऐसा क्यों न करें? उसको रहने दो, और शाप देने दो; क्योंकि यहोवा ने उस से कहा है।
2 शमूएल 17:1
फिर अहीतोपेल ने अबशालोम से कहा, मुझे बारह हजार पुरुष छांटने दे, और मैं उठ कर आज ही रात को दाऊद का पीछा करूंगा।
2 राजा 19:37
वहां वह अपने देवता निस्रोक के मन्दिर में दण्डवत कर रहा था, कि अदेम्मेलेक और सरेसेर ने उसको तलवार से मारा, और अरारात देश में भाग गए। और उसी का पुत्र एसर्हद्दोन उसके स्थान पर राज्य करने लगा।
2 इतिहास 32:21
तब यहोवा ने एक दूत भेज दिया, जिसने अश्शूर के राजा की छावनी में सब शूरवीरों, प्रधानों और सेनापतियों को नाश किया। और वह लज्जित हो कर, अपने देश को लौट गया। और जब वह अपने देवता के भवन में था, तब उसके निज पुत्रों ने वहीं उसे तलवार से मार डाला।
नीतिवचन 20:20
जो अपने माता-पिता को कोसता, उसका दिया बुझ जाता, और घोर अन्धकार हो जाता है।
नीतिवचन 28:17
जो किसी प्राणी की हत्या का अपराधी हो, वह भाग कर गड़हे में गिरेगा; कोई उस को न रोकेगा।
नीतिवचन 28:24
जो अपने मां-बाप को लूट कर कहता है कि कुछ अपराध नहीं, वह नाश करने वाले का संगी ठहरता है।
नीतिवचन 30:11
ऐसे लोग हैं, जो अपने पिता को शाप देते और अपनी माता को धन्य नहीं कहते।
नीतिवचन 30:17
जिस आंख से कोई अपने पिता पर अनादर की दृष्टि करे, और अपमान के साथ अपनी माता की आज्ञा न माने, उस आंख को तराई के कौवे खोद खोद कर निकालेंगे, और उकाब के बच्चे खा डालेंगे॥
यिर्मयाह 23:11
क्योंकि भविष्यद्वक्ता और याजक दोनों भक्तिहीन हो गए हैं; अपने भवन में भी मैं ने उनकी बुराई पाई है, यहोवा की यही वाणी है।
उत्पत्ति 9:5
और निश्चय मैं तुम्हारा लोहू अर्थात प्राण का पलटा लूंगा: सब पशुओं, और मनुष्यों, दोनों से मैं उसे लूंगा: मनुष्य के प्राण का पलटा मैं एक एक के भाई बन्धु से लूंगा।