1 Samuel 7:6
तब वे मिस्पा में इकट्ठे हुए, और जल भरके यहोवा के साम्हने उंडेल दिया, और उस दिन उपवास किया, और वहां कहने लगे, कि हम ने यहोवा के विरुद्ध पाप किया है। और शमूएल ने मिस्पा में इस्राएलियों का न्याय किया।
1 Samuel 7:6 in Other Translations
King James Version (KJV)
And they gathered together to Mizpeh, and drew water, and poured it out before the LORD, and fasted on that day, and said there, We have sinned against the LORD. And Samuel judged the children of Israel in Mizpeh.
American Standard Version (ASV)
And they gathered together to Mizpah, and drew water, and poured it out before Jehovah, and fasted on that day, and said there, We have sinned against Jehovah. And Samuel judged the children of Israel in Mizpah.
Bible in Basic English (BBE)
So they came together to Mizpah, and got water, draining it out before the Lord, and they took no food that day, and they said, We have done evil against the Lord. And Samuel was judge of the children of Israel in Mizpah.
Darby English Bible (DBY)
And they gathered together to Mizpah, and drew water, and poured it out before Jehovah, and fasted on that day, and said there, We have sinned against Jehovah. And Samuel judged the children of Israel in Mizpah.
Webster's Bible (WBT)
And they assembled at Mizpeh, and drew water, and poured it out before the LORD, and fasted on that day, and there said, We have sinned against the LORD. And Samuel judged the children of Israel in Mizpeh.
World English Bible (WEB)
They gathered together to Mizpah, and drew water, and poured it out before Yahweh, and fasted on that day, and said there, We have sinned against Yahweh. Samuel judged the children of Israel in Mizpah.
Young's Literal Translation (YLT)
And they are gathered to Mizpeh, and draw water, and pour out before Jehovah, and fast on that day, and say there, `We have sinned against Jehovah;' and Samuel judgeth the sons of Israel in Mizpeh.
| And they gathered together | וַיִּקָּֽבְצ֣וּ | wayyiqqābĕṣû | va-yee-ka-veh-TSOO |
| Mizpeh, to | הַ֠מִּצְפָּתָה | hammiṣpātâ | HA-meets-pa-ta |
| and drew | וַיִּֽשְׁאֲבוּ | wayyišĕʾăbû | va-YEE-sheh-uh-voo |
| water, | מַ֜יִם | mayim | MA-yeem |
| out it poured and | וַֽיִּשְׁפְּכ֣וּ׀ | wayyišpĕkû | va-yeesh-peh-HOO |
| before | לִפְנֵ֣י | lipnê | leef-NAY |
| the Lord, | יְהוָ֗ה | yĕhwâ | yeh-VA |
| and fasted | וַיָּצ֙וּמוּ֙ | wayyāṣûmû | va-ya-TSOO-MOO |
| on that | בַּיּ֣וֹם | bayyôm | BA-yome |
| day, | הַה֔וּא | hahûʾ | ha-HOO |
| and said | וַיֹּ֣אמְרוּ | wayyōʾmĕrû | va-YOH-meh-roo |
| there, | שָׁ֔ם | šām | shahm |
| sinned have We | חָטָ֖אנוּ | ḥāṭāʾnû | ha-TA-noo |
| against the Lord. | לַֽיהוָ֑ה | layhwâ | lai-VA |
| Samuel And | וַיִּשְׁפֹּ֧ט | wayyišpōṭ | va-yeesh-POTE |
| judged | שְׁמוּאֵ֛ל | šĕmûʾēl | sheh-moo-ALE |
| אֶת | ʾet | et | |
| the children | בְּנֵ֥י | bĕnê | beh-NAY |
| of Israel | יִשְׂרָאֵ֖ל | yiśrāʾēl | yees-ra-ALE |
| in Mizpeh. | בַּמִּצְפָּֽה׃ | bammiṣpâ | ba-meets-PA |
Cross Reference
न्यायियों 10:10
तब इस्राएलियोंने यह कहकर यहोवा की दोहाई दी, कि हम ने जो अपके परमेश्वर को त्यागकर बाल देवताओं की उपासना की है, यह हम ने तेरे विरूद्ध महा पाप किया है।
भजन संहिता 106:6
हम ने तो अपने पुरखाओं की नाईं पाप किया है; हम ने कुटिलता की, हम ने दुष्टता की है!
2 शमूएल 14:14
हम को तो मरना ही है, और भूमि पर गिरे हुए जल के समान ठहरेंगे, जो फिर उठाया नहीं जाता; तौभी परमेश्वर प्राण नहीं लेता, वरन ऐसी युक्ति करता है कि निकाला हुआ उसके पास से निकाला हुआ न रहे।
1 शमूएल 1:15
हन्ना ने कहा, नहीं, हे मेरे प्रभु, मैं तो दु:खिया हूं; मैं ने न तो दाखमधु पिया है और न मदिरा, मैं ने अपने मन की बात खोल कर यहोवा से कही है।
1 राजा 8:47
तो यदि वे बन्धुआई के देश में सोच विचार करें, और फिर कर अपने बन्धुआ करने वालों के देश में तुझ से गिड़गिड़ाकर कहें कि हम ने पाप किया, और कुटिलता ओर दुष्टता की है;
भजन संहिता 62:8
हे लोगो, हर समय उस पर भरोसा रखो; उससे अपने अपने मन की बातें खोलकर कहो; परमेश्वर हमारा शरणस्थान है।
विलापगीत 2:18
वे प्रभु की ओर तन मन से पुकारते हैं! हे सिय्योन की कुमारी (की शहरपनाह), अपने आंसू रात दिन नदी की नाईं बहाती रह! तनिक भी विश्राम न ले, न तेरी आंख की पुतली चैन ले!
योएल 2:12
तौभी यहोवा की यह वाणी है, अभी भी सुनो, उपवास के साथ रोते-पीटते अपने पूरे मन से फिरकर मेरे पास आओ।
लूका 15:18
मैं अब उठकर अपने पिता के पास जाऊंगा और उस से कहूंगा कि पिता जी मैं ने स्वर्ग के विरोध में और तेरी दृष्टि में पाप किया है।
योना 3:1
तब यहोवा का यह वचन दूसरी बार योना के पास पहुंचा,
दानिय्येल 9:3
तब मैं अपना मुख परमेश्वर की ओर कर के गिड़गिड़ाहट के साथ प्रार्थना करने लगा, और उपवास कर, टाट पहिन, राख में बैठ कर वरदान मांगने लगा।
यहेजकेल 20:4
हे मनुष्य के सन्तान, क्या तू उनका न्याय न करेगा? क्या तू उनका न्याय न करेगा? उनके पुरखाओं के घिनौने काम उन्हें जता दे,
विलापगीत 3:49
मेरी आंख से लगातार आंसू बहते रहेंगे,
विलापगीत 2:11
मेरी आंखें आंसू बहाते बहाते रह गई हैं; मेरी अन्तडिय़ां ऐंठी जाती हैं; मेरे लोगों की पुत्री के विनाश के कारण मेरा कलेजा फट गया है, क्योंकि बच्चे वरन दूधपिउवे बच्चे भी नगर के चौकों में मूर्च्छित होते हैं।
यिर्मयाह 31:19
भटक जाने के बाद मैं पछताया: और सिखाए जाने के बाद मैं ने छाती पीटी: पुराने पापों को स्मरण कर मैं लज्जित हुआ और मेरा मुंह काला हो गया।
यिर्मयाह 9:1
भला होता, कि मेरा सिर जल ही जल, और मेरी आंखें आँसुओं का सोता होतीं, कि मैं रात दिन अपने मारे हुए लोगों के लिये रोता रहता।
यिर्मयाह 3:13
केवल अपना यह अधर्म मान ले कि तू अपने परमेश्वर यहोवा से फिर गई और सब हरे पेड़ों के तले इधर उधर दूसरों के पास गई, और मेरी बातों को नहीं माना, यहोवा की यह वाणी है।
न्यायियों 3:10
उस में यहोवा का आत्मा समाया, और वह इस्राएलियों का न्यायी बन गया, और लड़ने को निकला, और यहोवा ने अराम के राजा कूशत्रिशातैम को उसके हाथ में कर दिया; और वह कूशत्रिशातैम पर जयवन्त हुआ।
2 इतिहास 20:3
तब यहोशपात डर गया और यहोवा की खोज में लग गया, और पूरे यहूदा में उपवास का प्रचार करवाया।
एज्रा 8:21
तब मैं ने वहां अर्थात अहवा नदी के तीर पर उपवास का प्रचार इस आशय से किया, कि हम परमेश्वर के साम्हने दीन हों; और उस से अपने और अपने बाल-बच्चों और अपनी समस्त सम्पत्ति के लिये सरल यात्रा मांगें।
एज्रा 9:5
परन्तु सांझ की भेंट के समय मैं वस्त्र और बागा फाड़े हुए उपवास की दशा में उठा, फिर घुटनों के बल झुका, और अपने हाथ अपने परमेश्वर यहोवा की ओर फैला कर कहा,
नहेमायाह 9:1
फिर उसी महीने के चौबीसवें दिन को इस्राएली उपवास का टाट पहिने और सिर पर धूल डाले हुए, इकट्ठे हो गए।
नहेमायाह 9:27
इस कारण तू ने उन को उनके शत्रुओं के हाथ में कर दिया, और उन्होंने उन को संकट में डाल दिया; तौभी जब जब वे संकट में पड़कर तेरी दोहाई देते रहे तब तब तू स्वर्ग से उनकी सुनता रहा; और तू जो अतिदयालु है, इसलिये उनके छुड़ाने वाले को भेजता रहा जो उन को शत्रुओं के हाथ से छुड़ाते थे।
अय्यूब 16:20
मेरे मित्र मुझ से घृणा करते हैं, परन्तु मैं ईश्वर के साम्हने आंसू बहाता हूँ,
अय्यूब 33:27
वह मनुष्यों के साम्हने गाने और कहने लगता है, कि मैं ने पाप किया, और सच्चाई को उलट पुलट कर दिया, परन्तु उसका बदला मुझे दिया नहीं गया।
अय्यूब 40:4
देख, मैं तो तुच्छ हूँ, मैं तुझे क्या उत्तर दूं? मैं अपनी अंगुली दांत तले दबाता हूँ।
अय्यूब 42:6
इसलिये मुझे अपने ऊपर घृणा आती है, और मैं धूलि और राख में पश्चात्ताप करता हूँ।
भजन संहिता 6:6
मैं कराहते कराहते थक गया; मैं अपनी खाट आंसुओं से भिगोता हूं; प्रति रात मेरा बिछौना भीगता है।
भजन संहिता 38:3
तेरे क्रोध के कारण मेरे शरीर में कुछ भी आरोग्यता नहीं; और मेरे पाप के कारण मेरी हडि्डयों में कुछ भी चैन नहीं।
भजन संहिता 42:3
मेरे आंसू दिन और रात मेरा आहार हुए हैं; और लोग दिन भर मुझ से कहते रहते हैं, तेरा परमेश्वर कहां है?
भजन संहिता 119:136
मेरी आंखों से जल की धारा बहती रहती है, क्योंकि लोग तेरी व्यवस्था को नहीं मानते॥
लैव्यवस्था 26:40
तब वे अपने और अपने पितरों के अधर्म को मान लेंगे, अर्थात उस विश्वासघात को जो वे मेरा करेंगे, और यह भी मान लेंगे, कि हम यहोवा के विरुद्ध चले थे,