1 Kings 8:66
और वे राजा को धन्य, धन्य, कहकर उस सब भलाई के कारण जो यहोवा ने अपने दास दाऊद और अपनी प्रजा इस्राएल से की थी, आनन्दित और मगन हो कर अपने अपने डेरे को चले गए।
1 Kings 8:66 in Other Translations
King James Version (KJV)
On the eighth day he sent the people away: and they blessed the king, and went unto their tents joyful and glad of heart for all the goodness that the LORD had done for David his servant, and for Israel his people.
American Standard Version (ASV)
On the eighth day he sent the people away; and they blessed the king, and went unto their tents joyful and glad of heart for all the goodness that Jehovah had showed unto David his servant, and to Israel his people.
Bible in Basic English (BBE)
And on the eighth day he sent the people away, and, blessing the king, they went to their tents full of joy and glad in their hearts, because of all the good which the Lord had done to David his servant and to Israel his people.
Darby English Bible (DBY)
On the eighth day he sent the people away; and they blessed the king, and went to their tents, joyful and glad of heart for all the goodness that Jehovah had done to David his servant, and to Israel his people.
Webster's Bible (WBT)
On the eighth day he sent the people away: and they blessed the king, and went to their tents joyful and glad of heart for all the goodness that the LORD had done for David his servant, and for Israel his people.
World English Bible (WEB)
On the eighth day he sent the people away; and they blessed the king, and went to their tents joyful and glad of heart for all the goodness that Yahweh had shown to David his servant, and to Israel his people.
Young's Literal Translation (YLT)
On the eighth day he hath sent the people away, and they bless the king, and go to their tents, rejoicing and glad of heart for all the good that Jehovah hath done to David His servant, and to Israel His people.
| On the eighth | בַּיּ֤וֹם | bayyôm | BA-yome |
| day | הַשְּׁמִינִי֙ | haššĕmîniy | ha-sheh-mee-NEE |
| sent he | שִׁלַּ֣ח | šillaḥ | shee-LAHK |
| אֶת | ʾet | et | |
| the people | הָעָ֔ם | hāʿām | ha-AM |
| blessed they and away: | וַֽיְבָרֲכ֖וּ | waybārăkû | va-va-ruh-HOO |
| אֶת | ʾet | et | |
| the king, | הַמֶּ֑לֶךְ | hammelek | ha-MEH-lek |
| went and | וַיֵּֽלְכ֣וּ | wayyēlĕkû | va-yay-leh-HOO |
| unto their tents | לְאָֽהֳלֵיהֶ֗ם | lĕʾāhŏlêhem | leh-ah-hoh-lay-HEM |
| joyful | שְׂמֵחִים֙ | śĕmēḥîm | seh-may-HEEM |
| glad and | וְט֣וֹבֵי | wĕṭôbê | veh-TOH-vay |
| of heart | לֵ֔ב | lēb | lave |
| for | עַ֣ל | ʿal | al |
| all | כָּל | kāl | kahl |
| goodness the | הַטּוֹבָ֗ה | haṭṭôbâ | ha-toh-VA |
| that | אֲשֶׁ֨ר | ʾăšer | uh-SHER |
| the Lord | עָשָׂ֤ה | ʿāśâ | ah-SA |
| done had | יְהוָה֙ | yĕhwāh | yeh-VA |
| for David | לְדָוִ֣ד | lĕdāwid | leh-da-VEED |
| his servant, | עַבְדּ֔וֹ | ʿabdô | av-DOH |
| Israel for and | וּלְיִשְׂרָאֵ֖ל | ûlĕyiśrāʾēl | oo-leh-yees-ra-ALE |
| his people. | עַמּֽוֹ׃ | ʿammô | ah-moh |
Cross Reference
व्यवस्थाविवरण 12:7
और वहीं तुम अपने परमेश्वर यहोवा के साम्हने भोजन करना, और अपने अपने घराने समेत उन सब कामों पर, जिन में तुम ने हाथ लगाया हो, और जिन पर तुम्हारे परमेश्वर यहोवा की आशीष मिली हो, आनन्द करना।
भजन संहिता 122:6
यरूशलेम की शान्ति का वरदान मांगो, तेरे प्रेमी कुशल से रहें!
भजन संहिता 122:9
अपने परमेश्वर यहोवा के भवन के निमित्त, मैं तेरी भलाई का यत्न करूंगा॥
यशायाह 61:9
उनका वंश अन्यजातियों में और उनकी सन्तान देश देश के लोगों के बीच प्रसिद्ध होगी; जितने उन को देखेंगे, पहिचान लेंगे कि यह वह वंश है जिस को परमेश्वर ने आशीष दी है॥
यशायाह 66:13
जिस प्रकार माता अपने पुत्र को शान्ति देती है, वैस ही मैं भी तुम्हें शान्ति दुंगा; तुम को यरूशलेम ही में शान्ति मिलेगी।
यिर्मयाह 31:12
इसलिये वे सिय्योन की चोटी पर आकर जयजयकार करेंगे, और यहोवा से अनाज, नया दाखमधु, टटका तेल, भेड़-बकरियां और गाय-बैलों के बच्चे आदि उत्तम उत्तम दान पाने के लिये तांता बान्ध कर चलेंगे; और उनका प्राण सींची हुई बारी के समान होगा, और वे फिर कभी उदास न होंगे।
सपन्याह 3:14
हे सिय्योन, ऊंचे स्वर से गा; हे इस्राएल, जयजयकार कर! हे यरूशलेम अपने सम्पूर्ण मन से आनन्द कर, और प्रसन्न हो!
जकर्याह 9:9
हे सिय्योन बहुत ही मगन हो। हे यरूशलेम जयजयकार कर! क्योंकि तेरा राजा तेरे पास आएगा; वह धर्मी और उद्धार पाया हुआ है, वह दीन है, और गदहे पर वरन गदही के बच्चे पर चढ़ा हुआ आएगा।
जकर्याह 9:17
उसका क्या ही कुशल, और क्या ही शोभा उसकी होगी! उसके जवान लोग अन्न खाकर, और कुमारियां नया दाखमधु पीकर हृष्टपुष्ट हो जाएंगी॥
प्रेरितों के काम 2:46
और वे प्रति दिन एक मन होकर मन्दिर में इकट्ठे होते थे, और घर घर रोटी तोड़ते हुए आनन्द और मन की सीधाई से भोजन किया करते थे।
गलातियों 5:22
पर आत्मा का फल प्रेम, आनन्द, मेल, धीरज,
भजन संहिता 106:4
हे यहोवा, अपनी प्रजा पर की प्रसन्नता के अनुसार मुझे स्मरण कर, मेरे उद्धार के लिये मेरी सुधि ले,
भजन संहिता 100:1
हे सारी पृथ्वी के लोगों यहोवा का जयजयकार करो!
व्यवस्थाविवरण 12:12
और वहां तुम अपने अपने बेटे बेटियों और दास दासियों सहित अपने परमेश्वर यहोवा के साम्हने आनन्द करना, और जो लेवीय तुम्हारे फाटकों में रहे वह भी आनन्द करे, क्योंकि उसका तुम्हारे संग कोई निज भाग वा अंश न होगा।
व्यवस्थाविवरण 12:18
उन्हें अपने परमेश्वर यहोवा के साम्हने उसी स्थान पर जिस को वह चुने अपने बेटे बेटियों और दास दासियों के, और जो लेवीय तेरे फाटकों के भीतर रहेंगे उनके साथ खाना, और तू अपने परमेश्वर यहोवा के साम्हने अपने सब कामों पर जिन में हाथ लगाया हो आनन्द करना।
व्यवस्थाविवरण 16:11
और उस स्थान में जो तेरा परमेश्वर यहोवा अपने नाम का निवास करने को चुन ले अपने अपने बेटे-बेटियों, दास-दासियों समेत तू और तेरे फाटकों के भीतर जो लेवीय हों, और जो जो परदेशी, और अनाथ, और विधवाएं तेरे बीच में हों, वे सब के सब अपने परमेश्वर यहोवा के साम्हने आनन्द करें।
1 राजा 8:1
तब सुलैमान ने इस्राएली पुरनियों को और गोत्रों के सब मुख्य पुरुष जो इस्राएलियों के पूर्वजों के घरानों के प्रधान थे,उन को भी यरूशलेम में अपने पास इस मनसा से इकट्ठा किया, कि वे यहोवा की वाचा का सन्दूक दाऊदपुर अर्थात सियोन से ऊपर ले आएं।
1 राजा 8:47
तो यदि वे बन्धुआई के देश में सोच विचार करें, और फिर कर अपने बन्धुआ करने वालों के देश में तुझ से गिड़गिड़ाकर कहें कि हम ने पाप किया, और कुटिलता ओर दुष्टता की है;
2 इतिहास 7:10
निदान सातवें महीने के तेइसवें दिन को उसने प्रजा के लोगों को विदा किया, कि वे अपने अपने डेरे को जाएं, और वे उस भलाई के कारण जो यहोवा ने दाऊद और सुलैमान और अपनी प्रजा इस्राएल पर की थी आनन्दित थे।
2 इतिहास 29:36
तब हिजकिय्याह और सारी प्रजा के लोग उस काम के कारण आनन्दित हुए, जो यहोवा ने अपनी प्रजा के लिये तैयार किया था; क्योंकि वह काम एकाएक हो गया था।
2 इतिहास 30:26
सो यरूशलेम में बड़ा आनन्द हुआ, क्योंकि दाऊद के पुत्र इस्राएल के राजा सुलैमान के दिनों से ऐसी बात यरूशलेम में न हुई थी।
नहेमायाह 8:10
फिर उसने उन से कहा, कि जा कर चिकना चिकना भोजन करो और मीठा मीठा रस पियो, और जिनके लिये कुछ तैयार नहीं हुआ उनके पास बैना भेजो; क्योंकि आज का दिन हमारे प्रभु के लिये पवित्र है; और उदास मत रहो, क्योंकि यहोवा का आनन्द तुम्हारा दृढ़ गढ़ है।
भजन संहिता 95:1
आओ हम यहोवा के लिये ऊंचे स्वर से गाएं, अपने उद्धार की चट्टान का जयजयकार करें!
फिलिप्पियों 4:4
प्रभु में सदा आनन्दित रहो; मैं फिर कहता हूं, आनन्दित रहो।