1 Corinthians 14:6
इसलिये हे भाइयों, यदि मैं तुम्हारे पास आकर अन्य अन्य भाषा में बातें करूं, और प्रकाश, या ज्ञान, या भविष्यद्वाणी, या उपदेश की बातें तुम से न कहूं, तो मुझ से तुम्हें क्या लाभ होगा?
1 Corinthians 14:6 in Other Translations
King James Version (KJV)
Now, brethren, if I come unto you speaking with tongues, what shall I profit you, except I shall speak to you either by revelation, or by knowledge, or by prophesying, or by doctrine?
American Standard Version (ASV)
But now, brethren, if I come unto you speaking with tongues, what shall I profit you, unless I speak to you either by way of revelation, or of knowledge, or of prophesying, or of teaching?
Bible in Basic English (BBE)
But, now, my brothers, if I come to you using tongues, what profit will it be to you, if I do not give you a revelation, or knowledge, or the word of the prophet, or teaching?
Darby English Bible (DBY)
And now, brethren, if I come to you speaking with tongues, what shall I profit you, unless I shall speak to you either in revelation, or in knowledge, or in prophecy, or in teaching?
World English Bible (WEB)
But now, brothers,{The word for "brothers" here and where context allows may also be correctly translated "brothers and sisters" or "siblings."} if I come to you speaking with other languages, what would I profit you, unless I speak to you either by way of revelation, or of knowledge, or of prophesying, or of teaching?
Young's Literal Translation (YLT)
And now, brethren, if I may come unto you speaking tongues, what shall I profit you, except I shall speak to you either in revelation, or in knowledge, or in prophesying, or in teaching?
| νυνὶ | nyni | nyoo-NEE | |
| Now, | δέ | de | thay |
| brethren, | ἀδελφοί | adelphoi | ah-thale-FOO |
| if | ἐὰν | ean | ay-AN |
| come I | ἔλθω | elthō | ALE-thoh |
| unto | πρὸς | pros | prose |
| you | ὑμᾶς | hymas | yoo-MAHS |
| speaking | γλώσσαις | glōssais | GLOSE-sase |
| tongues, with | λαλῶν | lalōn | la-LONE |
| what | τί | ti | tee |
| shall I profit | ὑμᾶς | hymas | yoo-MAHS |
| you, | ὠφελήσω | ōphelēsō | oh-fay-LAY-soh |
| except | ἐὰν | ean | ay-AN |
| speak shall I | μὴ | mē | may |
| ὑμῖν | hymin | yoo-MEEN | |
| to you | λαλήσω | lalēsō | la-LAY-soh |
| either | ἢ | ē | ay |
| by | ἐν | en | ane |
| revelation, | ἀποκαλύψει | apokalypsei | ah-poh-ka-LYOO-psee |
| or | ἢ | ē | ay |
| by | ἐν | en | ane |
| knowledge, | γνώσει | gnōsei | GNOH-see |
| or | ἢ | ē | ay |
| by | ἐν | en | ane |
| prophesying, | προφητείᾳ | prophēteia | proh-fay-TEE-ah |
| or | ἢ | ē | ay |
| by | ἐν | en | ane |
| doctrine? | διδαχῇ | didachē | thee-tha-HAY |
Cross Reference
इफिसियों 1:17
कि हमारे प्रभु यीशु मसीह का परमेश्वर जो महिमा का पिता है, तुम्हें अपनी पहचान में, ज्ञान और प्रकाश का आत्मा दे।
रोमियो 6:17
परन्तु परमेश्वर का धन्यवाद हो, कि तुम जो पाप के दास थे तौभी मन से उस उपदेश के मानने वाले हो गए, जिस के सांचे में ढाले गए थे।
2 कुरिन्थियों 12:7
और इसलिये कि मैं प्रकाशों की बहुतायत से फूल न जाऊं, मेरे शरीर में एक कांटा चुभाया गया अर्थात शैतान का एक दूत कि मुझे घूँसे मारे ताकि मैं फूल न जाऊं।
इफिसियों 3:4
जिस से तुम पढ़ कर जान सकते हो, कि मैं मसीह का वह भेद कहां तक समझता हूं।
फिलिप्पियों 3:15
सो हम में से जितने सिद्ध हैं, यही विचार रखें, और यदि किसी बात में तुम्हारा और ही विचार हो तो परमेश्वर उसे भी तुम पर प्रगट कर देगा।
2 तीमुथियुस 2:14
इन बातों की सुधि उन्हें दिला, और प्रभु के साम्हने चिता दे, कि शब्दों पर तर्क-वितर्क न किया करें, जिन से कुछ लाभ नहीं होता; वरन सुनने वाले बिगड़ जाते हैं।
2 तीमुथियुस 3:10
पर तू ने उपदेश, चाल चलन, मनसा, विश्वास, सहनशीलता, प्रेम, धीरज, और सताए जाने, और दुख उठाने में मेरा साथ दिया।
2 तीमुथियुस 3:16
हर एक पवित्रशास्त्र परमेश्वर की प्रेरणा से रचा गया है और उपदेश, और समझाने, और सुधारने, और धर्म की शिक्षा के लिये लाभदायक है।
2 तीमुथियुस 4:2
कि तू वचन को प्रचार कर; समय और असमय तैयार रह, सब प्रकार की सहनशीलता, और शिक्षा के साथ उलाहना दे, और डांट, और समझा।
तीतुस 3:8
यह बात सच है, और मैं चाहता हूं, कि तू इन बातों के विषय में दृढ़ता से बोले इसलिये कि जिन्हों ने परमेश्वर की प्रतीति की है, वे भले-भले कामों में लगे रहने का ध्यान रखें: ये बातें भली, और मनुष्यों के लाभ की हैं।
इब्रानियों 13:9
नाना प्रकार के और ऊपक्की उपदेशों से न भरमाए जाओ, क्योंकि मन का अनुग्रह से दृढ़ रहना भला है, न कि उन खाने की वस्तुओं से जिन से काम रखने वालों को कुछ लाभ न हुआ।
2 पतरस 1:5
और इसी कारण तुम सब प्रकार का यत्न करके, अपने विश्वास पर सद्गुण, और सद्गुण पर समझ।
2 पतरस 3:18
पर हमारे प्रभु, और उद्धारकर्ता यीशु मसीह के अनुग्रह और पहचान में बढ़ते जाओ। उसी की महिमा अब भी हो, और युगानुयुग होती रहे। आमीन॥
2 यूहन्ना 1:9
जो कोई आगे बढ़ जाता है, और मसीह की शिक्षा में बना नहीं रहता, उसके पास परमेश्वर नहीं: जो कोई उस की शिक्षा में स्थिर रहता है, उसके पास पिता भी है, और पुत्र भी।
2 कुरिन्थियों 12:1
यद्यपि घमण्ड करना तो मेरे लिये ठीक नहीं तौभी करना पड़ता है; सो मैं प्रभु के दिए हुए दर्शनों और प्रकाशों की चर्चा करूंगा।
2 कुरिन्थियों 11:6
यदि मैं व्क्तवय में अनाड़ी हूं, तौभी ज्ञान में नहीं; वरन हम ने इस को हर बात में सब पर तुम्हारे लिये प्रगट किया है।
1 कुरिन्थियों 14:26
इसलिये हे भाइयो क्या करना चाहिए? जब तुम इकट्ठे होते हो, तो हर एक के हृदय में भजन, या उपदेश, या अन्यभाषा, या प्रकाश, या अन्यभाषा का अर्थ बताना रहता है: सब कुछ आत्मिक उन्नति के लिये होना चाहिए।
यिर्मयाह 16:19
हे यहोवा, हे मेरे बल और दृढ़ गढ़, संकट के समय मेरे शरणस्थान, जातिजाति के लोग पृथ्वी की चहुं ओर से तेरे पास आकर कहेंगे, निश्चय हमारे पुरखा झूठी, व्यर्थ और निष्फल वस्तुओं को अपनाते आए हैं।
यिर्मयाह 23:32
यहोवा की यह भी वाणी है कि जो बिना मेरे भेजे वा बिना मेरी आज्ञा पाए स्वप्न देखने का झूठा दावा कर के भविष्यद्वाणी करते हैं, और उसका वर्णन कर के मेरी प्रजा को झूठे घमण्ड में आकर भरमाते हैं, उनके भी मैं विरुद्ध हूँ; और उन से मेरी प्रजा के लोगों का कुछ लाभ न हेगा।
मत्ती 11:25
उसी समय यीशु ने कहा, हे पिता, स्वर्ग और पृथ्वी के प्रभु; मैं तेरा धन्यवाद करता हूं, कि तू ने इन बातों को ज्ञानियों और समझदारों से छिपा रखा, और बालकों पर प्रगट किया है।
मत्ती 16:17
यीशु ने उस को उत्तर दिया, कि हे शमौन योना के पुत्र, तू धन्य है; क्योंकि मांस और लोहू ने नहीं, परन्तु मेरे पिता ने जो स्वर्ग में है, यह बात तुझ पर प्रगट की है।
मत्ती 16:26
यदि मनुष्य सारे जगत को प्राप्त करे, और अपने प्राण की हानि उठाए, तो उसे क्या लाभ होगा? या मनुष्य अपने प्राण के बदले में क्या देगा?
प्रेरितों के काम 2:42
और वे प्रेरितों से शिक्षा पाने, और संगति रखने में और रोटी तोड़ने में और प्रार्थना करने में लौलीन रहे॥
रोमियो 15:14
हे मेरे भाइयो; मैं आप भी तुम्हारे विषय में निश्चय जानता हूं, कि तुम भी आप ही भलाई से भरे और ईश्वरीय ज्ञान से भरपूर हो और एक दूसरे को चिता सकते हो।
रोमियो 16:17
अब हे भाइयो, मैं तुम से बिनती करता हूं, कि जो लोग उस शिक्षा के विपरीत जो तुम ने पाई है, फूट पड़ने, और ठोकर खाने के कारण होते हैं, उन्हें ताड़ लिया करो; और उन से दूर रहो।
1 कुरिन्थियों 10:33
जैसा मैं भी सब बातों में सब को प्रसन्न रखता हूं, और अपना नहीं, परन्तु बहुतों का लाभ ढूंढ़ता हूं, कि वे उद्धार पाएं।
1 कुरिन्थियों 12:7
किन्तु सब के लाभ पहुंचाने के लिये हर एक को आत्मा का प्रकाश दिया जाता है।
1 कुरिन्थियों 13:2
और यदि मैं भविष्यद्वाणी कर सकूं, और सब भेदों और सब प्रकार के ज्ञान को समझूं, और मुझे यहां तक पूरा विश्वास हो, कि मैं पहाड़ों को हटा दूं, परन्तु प्रेम न रखूं, तो मैं कुछ भी नहीं।
1 कुरिन्थियों 13:8
प्रेम कभी टलता नहीं; भविष्यद्वाणियां हों, तो समाप्त हो जाएंगी, भाषाएं हो तो जाती रहेंगी; ज्ञान हो, तो मिट जाएगा।
1 कुरिन्थियों 14:1
प्रेम का अनुकरण करो, और आत्मिक वरदानों की भी धुन में रहो विशेष करके यह, कि भविष्यद्वाणी करो।
1 शमूएल 12:21
और मत मुड़ना; नहीं तो ऐसी व्यर्थ वस्तुओं के पीछे चलने लगोगे जिन से न कुछ लाभ पहुंचेगा, और न कुछ छुटकारा हो सकता है, क्योंकि वे सब व्यर्थ ही हैं।