Psalm 67
1 परमेश्वर हम पर अनुग्रह करे और हम को आशीष दे; वह हम पर अपने मुख का प्रकाश चमकाए
2 जिस से तेरी गति पृथ्वी पर, और तेरा किया हुआ उद्धार सारी जातियों में जाना जाए।
3 हे परमेश्वर, देश देश के लोग तेरा धन्यवाद करें; देश देश के सब लोग तेरा धन्यवाद करें॥
4 राज्य राज्य के लोग आनन्द करें, और जयजयकार करें, क्योंकि तू देश देश के लोंगों का न्याय धर्म से करेगा, और पृथ्वी के राज्य राज्य के लोगों की अगुवाई करेगा॥
5 हे परमेश्वर, देश देश के लोग तेरा धन्यवाद करें; देश देश के सब लोग तेरा धन्यवाद करें॥
6 भूमि ने अपनी उपज दी है, परमेश्वर जो हमारा परमेश्वर है, उसने हमें आशीष दी है।
7 परमेश्वर हम को आशीष देगा; और पृथ्वी के दूर दूर देशों के सब लोग उसका भय मानेंगे॥
1 To the chief Musician on Neginoth, A Psalm or Song.
2 God be merciful unto us, and bless us; and cause his face to shine upon us; Selah.
3 That thy way may be known upon earth, thy saving health among all nations.
4 Let the people praise thee, O God; let all the people praise thee.
5 O let the nations be glad and sing for joy: for thou shalt judge the people righteously, and govern the nations upon earth. Selah.
6 Let the people praise thee, O God; let all the people praise thee.
7 Then shall the earth yield her increase; and God, even our own God, shall bless us.
8 God shall bless us; and all the ends of the earth shall fear him.