Psalm 31:18 in Hindi

Hindi Hindi Bible Psalm Psalm 31 Psalm 31:18

Psalm 31:18
जो अंहकार और अपमान से धर्मी की निन्दा करते हैं, उनके झूठ बोलने वाले मुंह बन्द किए जाएं॥

Psalm 31:17Psalm 31Psalm 31:19

Psalm 31:18 in Other Translations

King James Version (KJV)
Let the lying lips be put to silence; which speak grievous things proudly and contemptuously against the righteous.

American Standard Version (ASV)
Let the lying lips be dumb, Which speak against the righteous insolently, With pride and contempt.

Bible in Basic English (BBE)
Let the false lips be shut, which say evil against the upright, looking down on him in their pride.

Darby English Bible (DBY)
Let the lying lips become dumb, which speak insolently against the righteous in pride and contempt.

Webster's Bible (WBT)
Let me not be ashamed, O LORD; for I have called upon thee: let the wicked be ashamed, and let them be silent in the grave.

World English Bible (WEB)
Let the lying lips be mute, Which speak against the righteous insolently, with pride and contempt.

Young's Literal Translation (YLT)
Let lips of falsehood become dumb, That are speaking against the righteous, Ancient sayings, in pride and contempt.

Let
the
lying
תֵּ֥אָלַ֗מְנָהtēʾālamnâTAY-ah-LAHM-na
lips
שִׂפְתֵ֫יśiptêseef-TAY
be
put
to
silence;
שָׁ֥קֶרšāqerSHA-ker
speak
which
הַדֹּבְר֖וֹתhaddōbĕrôtha-doh-veh-ROTE
grievous
things
עַלʿalal
proudly
צַדִּ֥יקṣaddîqtsa-DEEK
and
contemptuously
עָתָ֗קʿātāqah-TAHK
against
בְּגַאֲוָ֥הbĕgaʾăwâbeh-ɡa-uh-VA
the
righteous.
וָבֽוּז׃wābûzva-VOOZ

Cross Reference

Jude 1:15
कि सब का न्याय करे, और सब भक्तिहीनों को उन के अभक्ति के सब कामों के विषय में, जो उन्होंने भक्तिहीन होकर किये हैं, और उन सब कठोर बातों के विषय में जो भक्तिहीन पापियों ने उसके विरोध में कही हैं, दोषी ठहराए।

Psalm 94:4
वे बकते और ढ़िठाई की बातें बोलते हैं, सब अनर्थकारी बड़ाई मारते हैं।

1 Samuel 2:3
फूलकर अहंकार की ओर बातें मत करो, और अन्धेर की बातें तुम्हारे मुंह से न निकलें; क्योंकि यहोवा ज्ञानी ईश्वर है, और कामों को तौलने वाला है॥

Matthew 12:24
परन्तु फरीसियों ने यह सुनकर कहा, यह तो दुष्टात्माओं के सरदार शैतान की सहायता के बिना दुष्टात्माओं को नहीं निकालता।

John 8:44
तुम अपने पिता शैतान से हो, और अपने पिता की लालसाओं को पूरा करना चाहते हो। वह तो आरम्भ से हत्यारा है, और सत्य पर स्थिर न रहा, क्योंकि सत्य उस में है ही नहीं: जब वह झूठ बोलता, तो अपने स्वभाव ही से बोलता है; क्योंकि वह झूठा है, वरन झूठ का पिता है।

John 8:48
यह सुन यहूदियों ने उस से कहा; क्या हम ठीक नहीं कहते, कि तू सामरी है, और तुझ में दुष्टात्मा है?

Acts 25:7
जब वह आया, तो जो यहूदी यरूशलेम से आए थे, उन्होंने आस पास खड़े होकर उस पर बहुतेरे भारी दोष लगाए, जिन का प्रमाण वे नहीं दे सकते थे।

Revelation 21:8
पर डरपोकों, और अविश्वासियों, और घिनौनों, और हत्यारों, और व्यभिचारियों, और टोन्हों, और मूर्तिपूजकों, और सब झूठों का भाग उस झील में मिलेगा, जो आग और गन्धक से जलती रहती है: यह दूसरी मृत्यु है॥

Revelation 22:15
पर कुत्ते, और टोन्हें, और व्यभिचारी, और हत्यारे और मूर्तिपूजक, और हर एक झूठ का चाहने वाला, और गढ़ने वाला बाहर रहेगा॥

Matthew 10:25
चेले का गुरू के, और दास का स्वामी के बाराबर होना ही बहुत है; जब उन्होंने घर के स्वामी को शैतान कहा तो उसके घर वालों को क्यों न कहेंगे?

Isaiah 54:17
जितने हथियार तेरी हानि के लिये बनाए जाएं, उन में से कोई सफल न होगा, और, जितने लोग मुद्दई हो कर तुझ पर नालिश करें उन सभों से तू जीत जाएगा। यहोवा के दासों का यही भाग होगा, और वे मेरे ही कारण धर्मी ठहरेंगे, यहोवा की यही वाणी है॥

Isaiah 37:22
उसके विषय यहोवा ने यह वचन कहा है, सिय्योन की कुमारी कन्या तुझे तुच्छ जानती है और ठट्ठोंमें उड़ाती है; यरूशलेम की पुत्री तुझ पर सिर हिलाती है॥

Psalm 12:3
प्रभु सब चापलूस ओठों को और उस जीभ को जिस से बड़ा बोल निकलता है काट डालेगा।

Psalm 59:12
वह अपने मुंह के पाप, और ओठों के वचन, और शाप देने, और झूठ बोलने के कारण, अभिमान में फंसे हुए पकड़े जाएं।

Psalm 63:11
परन्तु राजा परमेश्वर के कारण आनन्दित होगा; जो कोई ईश्वर की शपथ खाए, वह बड़ाई करने पाएगा; परन्तु झूठ बोलने वालों का मुंह बन्द किया जाएगा॥

Psalm 64:3
उन्होंने अपनी जीभ को तलवार की नाईं तेज किया है, और अपने कड़वे वचनों के तीरों को चढ़ाया है;

Psalm 120:2
हे यहोवा, झूठ बोलने वाले मुंह से और छली जीभ से मेरी रक्षा कर॥

Psalm 123:3
हम पर अनुग्रह कर, हे यहोवा, हम पर अनुग्रह कर, क्योंकि हम अपमान से बहुत ही भर गए हैं।

Psalm 140:9
मेरे घेरने वालों के सिर पर उन्हीं का विचारा हुआ उत्पात पड़े!

Proverbs 12:19
सच्चाई सदा बनी रहेगी, परन्तु झूठ पल ही भर का होता है।

2 Chronicles 32:16
इस से भी अधिक उसके कर्मचारियों ने यहोवा परमेश्वर की, और उसके दास हिजकिय्याह की निन्दा की।