Psalm 119:100
मैं पुरनियों से भी समझदार हूं, क्योंकि मैं तेरे उपदेशों को पकड़े हुए हूं।
Psalm 119:100 in Other Translations
King James Version (KJV)
I understand more than the ancients, because I keep thy precepts.
American Standard Version (ASV)
I understand more than the aged, Because I have kept thy precepts.
Bible in Basic English (BBE)
I have more wisdom than the old, because I have kept your orders.
Darby English Bible (DBY)
I understand more than the aged, because I have observed thy precepts.
World English Bible (WEB)
I understand more than the aged, Because I have kept your precepts.
Young's Literal Translation (YLT)
Above elders I understand more, For Thy precepts I have kept.
| I understand | מִזְּקֵנִ֥ים | mizzĕqēnîm | mee-zeh-kay-NEEM |
| ancients, the than more | אֶתְבּוֹנָ֑ן | ʾetbônān | et-boh-NAHN |
| because | כִּ֖י | kî | kee |
| I keep | פִקּוּדֶ֣יךָ | piqqûdêkā | fee-koo-DAY-ha |
| thy precepts. | נָצָֽרְתִּי׃ | nāṣārĕttî | na-TSA-reh-tee |
Cross Reference
Job 12:12
बूढ़ों में बुद्धि पाई जाती है, और लम्बी आयु वालों में समझ होती तो है।
James 3:13
तुम में ज्ञानवान और समझदार कौन है? जो ऐसा हो वह अपने कामों को अच्छे चालचलन से उस नम्रता सहित प्रगट करे जो ज्ञान से उत्पन्न होती है।
Matthew 7:24
इसलिये जो कोई मेरी ये बातें सुनकर उन्हें मानता है वह उस बुद्धिमान मनुष्य की नाईं ठहरेगा जिस ने अपना घर चट्टान पर बनाया।
Jeremiah 8:8
तुम क्योंकर कह सकते हो कि हम बुद्धिमान हैं, और यहोवा की दी हुई व्यवस्था हमारे साथ है? परन्तु उनके शास्त्रियों ने उसका झूठा विवरण लिख कर उसको झूठ बना दिया है।
Psalm 111:10
बुद्धि का मूल यहोवा का भय है; जितने उसकी आज्ञाओं को मानते हैं, उनकी बुद्धि अच्छी होती है। उसकी स्तुति सदा बनी रहेगी॥
Job 32:7
मैं सोचता था, कि जो आयु में बड़े हैं वे ही बात करें, और जो बहुत वर्ष के हैं, वे ही बुद्धि सिखाएं।
Job 32:4
एलीहू तो अपने को उन से छोटा जानकर अय्यूब की बातों के अन्त की बाट जोहता रहा।
Job 28:28
तब उस न मनुष्य से कहा, देख, प्रभु का भय मानना यही बुद्धि है: और बुराई से दूर रहना यही समझ है।
Job 15:9
तू ऐसा क्या जानता है जिसे हम नहीं जानते? तुझ में ऐसी कौन सी समझ है जो हम में नहीं?
1 Kings 12:6
तब राजा रहूबियाम ने उन बूढ़ों से जो उसके पिता सुलैमान के जीवन भर उसके साम्हने उपस्थित रहा करते थे सम्मति ली, कि इस प्रजा को कैसा उत्तर देना उचित है, इस में तुम क्या सम्मति देते हो?