Psalm 103:15
मनुष्य की आयु घास के समान होती है, वह मैदान के फूल की नाईं फूलता है,
As for man, | אֱ֭נוֹשׁ | ʾĕnôš | A-nohsh |
his days | כֶּחָצִ֣יר | keḥāṣîr | keh-ha-TSEER |
are as grass: | יָמָ֑יו | yāmāyw | ya-MAV |
flower a as | כְּצִ֥יץ | kĕṣîṣ | keh-TSEETS |
of the field, | הַ֝שָּׂדֶ֗ה | haśśāde | HA-sa-DEH |
so | כֵּ֣ן | kēn | kane |
he flourisheth. | יָצִֽיץ׃ | yāṣîṣ | ya-TSEETS |