Lamentations 2:1
यहोवा ने सिय्योन की पुत्री को किस प्रकार अपने कोप के बादलों से ढांप दिया है! उसने इस्राएल की शोभा को आकाश से धरती पर पटक दिया; और कोप के दिन अपने पांवों की चौकी को स्मरण नहीं किया।
How | אֵיכָה֩ | ʾêkāh | ay-HA |
hath the Lord | יָעִ֨יב | yāʿîb | ya-EEV |
covered | בְּאַפּ֤וֹ׀ | bĕʾappô | beh-AH-poh |
אֲדֹנָי֙ | ʾădōnāy | uh-doh-NA | |
daughter the | אֶת | ʾet | et |
of Zion | בַּת | bat | baht |
anger, his in cloud a with | צִיּ֔וֹן | ṣiyyôn | TSEE-yone |
and cast down | הִשְׁלִ֤יךְ | hišlîk | heesh-LEEK |
heaven from | מִשָּׁמַ֙יִם֙ | miššāmayim | mee-sha-MA-YEEM |
unto the earth | אֶ֔רֶץ | ʾereṣ | EH-rets |
beauty the | תִּפְאֶ֖רֶת | tipʾeret | teef-EH-ret |
of Israel, | יִשְׂרָאֵ֑ל | yiśrāʾēl | yees-ra-ALE |
and remembered | וְלֹא | wĕlōʾ | veh-LOH |
not | זָכַ֥ר | zākar | za-HAHR |
his footstool | הֲדֹם | hădōm | huh-DOME |
רַגְלָ֖יו | raglāyw | rahɡ-LAV | |
in the day | בְּי֥וֹם | bĕyôm | beh-YOME |
of his anger! | אַפּֽוֹ׃ | ʾappô | ah-poh |