Jonah 2:5
मैं जल से यहां तक घिरा हुआ था कि मेरे प्राण निकले जाते थे; गहिरा सागर मेरे चारों ओर था, और मेरे सिर में सिवार लिपटा हुआ था।
The waters | אֲפָפ֤וּנִי | ʾăpāpûnî | uh-fa-FOO-nee |
compassed me about, | מַ֙יִם֙ | mayim | MA-YEEM |
to even | עַד | ʿad | ad |
the soul: | נֶ֔פֶשׁ | nepeš | NEH-fesh |
the depth | תְּה֖וֹם | tĕhôm | teh-HOME |
about, round me closed | יְסֹבְבֵ֑נִי | yĕsōbĕbēnî | yeh-soh-veh-VAY-nee |
the weeds | ס֖וּף | sûp | soof |
were wrapped about | חָב֥וּשׁ | ḥābûš | ha-VOOSH |
my head. | לְרֹאשִֽׁי׃ | lĕrōʾšî | leh-roh-SHEE |