Jeremiah 52:31
फिर यहूदा के राजा यहोयाकीन की बंधुआई के सैंतीसवें वर्ष में अर्थात जिस वर्ष बाबुल का राजा एबीलमरोदक राजगद्दी पर विराजमान हुआ, उसी के बारहवें महीने के पच्चीसवें दिन को उसने यहूदा के राजा यहोयाकीन को बन्दीगृह से निकाल कर बड़ा पद दिया;
And it came to pass | וַיְהִי֩ | wayhiy | vai-HEE |
seven the in | בִשְׁלֹשִׁ֨ים | bišlōšîm | veesh-loh-SHEEM |
and thirtieth | וָשֶׁ֜בַע | wāšebaʿ | va-SHEH-va |
year | שָׁנָ֗ה | šānâ | sha-NA |
of the captivity | לְגָלוּת֙ | lĕgālût | leh-ɡa-LOOT |
Jehoiachin of | יְהוֹיָכִ֣ן | yĕhôyākin | yeh-hoh-ya-HEEN |
king | מֶֽלֶךְ | melek | MEH-lek |
of Judah, | יְהוּדָ֔ה | yĕhûdâ | yeh-hoo-DA |
in the twelfth | בִּשְׁנֵי֤ם | bišnēym | beesh-NAY-m |
עָשָׂר֙ | ʿāśār | ah-SAHR | |
month, | חֹ֔דֶשׁ | ḥōdeš | HOH-desh |
in the five | בְּעֶשְׂרִ֥ים | bĕʿeśrîm | beh-es-REEM |
and twentieth | וַחֲמִשָּׁ֖ה | waḥămiššâ | va-huh-mee-SHA |
month, the of day | לַחֹ֑דֶשׁ | laḥōdeš | la-HOH-desh |
that Evil-merodach | נָשָׂ֡א | nāśāʾ | na-SA |
king | אֱוִ֣יל | ʾĕwîl | ay-VEEL |
of Babylon | מְרֹדַךְ֩ | mĕrōdak | meh-roh-dahk |
year first the in | מֶ֨לֶךְ | melek | MEH-lek |
of his reign | בָּבֶ֜ל | bābel | ba-VEL |
lifted up | בִּשְׁנַ֣ת | bišnat | beesh-NAHT |
מַלְכֻת֗וֹ | malkutô | mahl-hoo-TOH | |
the head | אֶת | ʾet | et |
of Jehoiachin | רֹאשׁ֙ | rōš | rohsh |
king | יְהוֹיָכִ֣ין | yĕhôyākîn | yeh-hoh-ya-HEEN |
of Judah, | מֶֽלֶךְ | melek | MEH-lek |
forth him brought and | יְהוּדָ֔ה | yĕhûdâ | yeh-hoo-DA |
וַיֹּצֵ֥א | wayyōṣēʾ | va-yoh-TSAY | |
out of prison, | אֹת֖וֹ | ʾōtô | oh-TOH |
מִבֵּ֥ית | mibbêt | mee-BATE | |
הַכְּלֽיּא׃ | hakkĕly | ha-KEL-y |