Jeremiah 47:2
यहोवा यों कहता है कि देखो, उत्तर दिशा से उमण्डने वाली नदी देश को उस सब समेत जो उस में है, और निवासियों समेत नगर को डुबो लेगी। तब मनुष्य चिल्लाएंगे, वरन देश के सब रहने वाले हाय-हाय करेंगे।
Thus | כֹּ֣ה׀ | kō | koh |
saith | אָמַ֣ר | ʾāmar | ah-MAHR |
the Lord; | יְהוָ֗ה | yĕhwâ | yeh-VA |
Behold, | הִנֵּה | hinnē | hee-NAY |
waters | מַ֜יִם | mayim | MA-yeem |
up rise | עֹלִ֤ים | ʿōlîm | oh-LEEM |
out of the north, | מִצָּפוֹן֙ | miṣṣāpôn | mee-tsa-FONE |
be shall and | וְהָיוּ֙ | wĕhāyû | veh-ha-YOO |
an overflowing | לְנַ֣חַל | lĕnaḥal | leh-NA-hahl |
flood, | שׁוֹטֵ֔ף | šôṭēp | shoh-TAFE |
overflow shall and | וְיִשְׁטְפוּ֙ | wĕyišṭĕpû | veh-yeesh-teh-FOO |
the land, | אֶ֣רֶץ | ʾereṣ | EH-rets |
therein; is that all and | וּמְלוֹאָ֔הּ | ûmĕlôʾāh | oo-meh-loh-AH |
the city, | עִ֖יר | ʿîr | eer |
dwell that them and | וְיֹ֣שְׁבֵי | wĕyōšĕbê | veh-YOH-sheh-vay |
men the then therein: | בָ֑הּ | bāh | va |
shall cry, | וְזָֽעֲקוּ֙ | wĕzāʿăqû | veh-za-uh-KOO |
and all | הָֽאָדָ֔ם | hāʾādām | ha-ah-DAHM |
inhabitants the | וְהֵילִ֕ל | wĕhêlil | veh-hay-LEEL |
of the land | כֹּ֖ל | kōl | kole |
shall howl. | יוֹשֵׁ֥ב | yôšēb | yoh-SHAVE |
הָאָֽרֶץ׃ | hāʾāreṣ | ha-AH-rets |