Jeremiah 46:27
परन्तु हे मेरे दास याकूब, तू मत डर, और हे इस्राएल, विस्मित न हो; क्योंकि मैं तुझे और तेरे वंश को बंधुआई के दूर देश से छुड़ा ले आऊंगा। याकूब लौटकर चैन और सुख से रहेगा, और कोई उसे डराने न पाएगा।
But fear | וְ֠אַתָּה | wĕʾattâ | VEH-ah-ta |
not | אַל | ʾal | al |
thou, | תִּירָ֞א | tîrāʾ | tee-RA |
servant my O | עַבְדִּ֤י | ʿabdî | av-DEE |
Jacob, | יַֽעֲקֹב֙ | yaʿăqōb | ya-uh-KOVE |
and be not | וְאַל | wĕʾal | veh-AL |
dismayed, | תֵּחַ֣ת | tēḥat | tay-HAHT |
Israel: O | יִשְׂרָאֵ֔ל | yiśrāʾēl | yees-ra-ALE |
for, | כִּ֠י | kî | kee |
behold, | הִנְנִ֤י | hinnî | heen-NEE |
save will I | מוֹשִֽׁעֲךָ֙ | môšiʿăkā | moh-shee-uh-HA |
thee from afar off, | מֵֽרָח֔וֹק | mērāḥôq | may-ra-HOKE |
seed thy and | וְאֶֽת | wĕʾet | veh-ET |
from the land | זַרְעֲךָ֖ | zarʿăkā | zahr-uh-HA |
captivity; their of | מֵאֶ֣רֶץ | mēʾereṣ | may-EH-rets |
and Jacob | שִׁבְיָ֑ם | šibyām | sheev-YAHM |
shall return, | וְשָׁ֧ב | wĕšāb | veh-SHAHV |
rest in be and | יַעֲק֛וֹב | yaʿăqôb | ya-uh-KOVE |
and at ease, | וְשָׁקַ֥ט | wĕšāqaṭ | veh-sha-KAHT |
none and | וְשַׁאֲנַ֖ן | wĕšaʾănan | veh-sha-uh-NAHN |
shall make him afraid. | וְאֵ֥ין | wĕʾên | veh-ANE |
מַחֲרִֽיד׃ | maḥărîd | ma-huh-REED |