Jeremiah 30:10
इसलिये हे मेरे दास याकूब, तेरे लिये यहोवा की यह वाणी है, मत डर; हे इस्राएल, विस्मित न हो; क्योंकि मैं दूर देश से तुझे और तेरे वंश को बंधुआई के देश से छुड़ा ले आऊंगा। तब याकूब लौट कर, चैन और सुख से रहेगा, और कोई उसको डराने न पाएगा।
Therefore fear | וְאַתָּ֡ה | wĕʾattâ | veh-ah-TA |
thou | אַל | ʾal | al |
not, | תִּירָא֩ | tîrāʾ | tee-RA |
servant my O | עַבְדִּ֨י | ʿabdî | av-DEE |
Jacob, | יַעֲקֹ֤ב | yaʿăqōb | ya-uh-KOVE |
saith | נְאֻם | nĕʾum | neh-OOM |
the Lord; | יְהוָֹה֙ | yĕhôāh | yeh-hoh-AH |
neither | וְאַל | wĕʾal | veh-AL |
dismayed, be | תֵּחַ֣ת | tēḥat | tay-HAHT |
O Israel: | יִשְׂרָאֵ֔ל | yiśrāʾēl | yees-ra-ALE |
for, | כִּ֠י | kî | kee |
lo, | הִנְנִ֤י | hinnî | heen-NEE |
save will I | מוֹשִֽׁיעֲךָ֙ | môšîʿăkā | moh-shee-uh-HA |
thee from afar, | מֵֽרָח֔וֹק | mērāḥôq | may-ra-HOKE |
seed thy and | וְאֶֽת | wĕʾet | veh-ET |
from the land | זַרְעֲךָ֖ | zarʿăkā | zahr-uh-HA |
captivity; their of | מֵאֶ֣רֶץ | mēʾereṣ | may-EH-rets |
and Jacob | שִׁבְיָ֑ם | šibyām | sheev-YAHM |
shall return, | וְשָׁ֧ב | wĕšāb | veh-SHAHV |
rest, in be shall and | יַעֲקֹ֛ב | yaʿăqōb | ya-uh-KOVE |
and be quiet, | וְשָׁקַ֥ט | wĕšāqaṭ | veh-sha-KAHT |
none and | וְשַׁאֲנַ֖ן | wĕšaʾănan | veh-sha-uh-NAHN |
shall make him afraid. | וְאֵ֥ין | wĕʾên | veh-ANE |
מַחֲרִֽיד׃ | maḥărîd | ma-huh-REED |