Jeremiah 29:25
इसलिये कि तू ने यरूशलेम के सब रहने वालों और सब याजकों को और यासेयाह के पुत्र सपन्याह याजक को अपने ही नाम की इस आशय की पत्री भेजी,
Thus | כֹּֽה | kō | koh |
speaketh | אָמַ֞ר | ʾāmar | ah-MAHR |
the Lord | יְהוָ֧ה | yĕhwâ | yeh-VA |
hosts, of | צְבָא֛וֹת | ṣĕbāʾôt | tseh-va-OTE |
the God | אֱלֹהֵ֥י | ʾĕlōhê | ay-loh-HAY |
of Israel, | יִשְׂרָאֵ֖ל | yiśrāʾēl | yees-ra-ALE |
saying, | לֵאמֹ֑ר | lēʾmōr | lay-MORE |
Because | יַ֡עַן | yaʿan | YA-an |
אֲשֶׁ֣ר | ʾăšer | uh-SHER | |
thou | אַתָּה֩ | ʾattāh | ah-TA |
hast sent | שָׁלַ֨חְתָּ | šālaḥtā | sha-LAHK-ta |
letters | בְשִׁמְכָ֜ה | bĕšimkâ | veh-sheem-HA |
in thy name | סְפָרִ֗ים | sĕpārîm | seh-fa-REEM |
unto | אֶל | ʾel | el |
all | כָּל | kāl | kahl |
the people | הָעָם֙ | hāʿām | ha-AM |
that | אֲשֶׁ֣ר | ʾăšer | uh-SHER |
Jerusalem, at are | בִּירוּשָׁלִַ֔ם | bîrûšālaim | bee-roo-sha-la-EEM |
and to | וְאֶל | wĕʾel | veh-EL |
Zephaniah | צְפַנְיָ֤ה | ṣĕpanyâ | tseh-fahn-YA |
son the | בֶן | ben | ven |
of Maaseiah | מַֽעֲשֵׂיָה֙ | maʿăśēyāh | ma-uh-say-YA |
the priest, | הַכֹּהֵ֔ן | hakkōhēn | ha-koh-HANE |
to and | וְאֶ֥ל | wĕʾel | veh-EL |
all | כָּל | kāl | kahl |
the priests, | הַכֹּהֲנִ֖ים | hakkōhănîm | ha-koh-huh-NEEM |
saying, | לֵאמֹֽר׃ | lēʾmōr | lay-MORE |