जकर्याह 9:1
हद्राक देश के विषय में यहोवा का कहा हुआ भारी वचन जो दमिश्क पर भी पड़ेगा। क्योंकि यहोवा की दृष्टि मनुष्य जाति की, और इस्राएल के सब गोत्रों की ओर लगी है;
The burden | מַשָּׂ֤א | maśśāʾ | ma-SA |
of the word | דְבַר | dĕbar | deh-VAHR |
of the Lord | יְהוָה֙ | yĕhwāh | yeh-VA |
land the in | בְּאֶ֣רֶץ | bĕʾereṣ | beh-EH-rets |
of Hadrach, | חַדְרָ֔ךְ | ḥadrāk | hahd-RAHK |
and Damascus | וְדַמֶּ֖שֶׂק | wĕdammeśeq | veh-da-MEH-sek |
rest the be shall | מְנֻחָת֑וֹ | mĕnuḥātô | meh-noo-ha-TOH |
thereof: when | כִּ֤י | kî | kee |
the eyes | לַֽיהוָה֙ | layhwāh | lai-VA |
of man, | עֵ֣ין | ʿên | ane |
all of as | אָדָ֔ם | ʾādām | ah-DAHM |
the tribes | וְכֹ֖ל | wĕkōl | veh-HOLE |
of Israel, | שִׁבְטֵ֥י | šibṭê | sheev-TAY |
the toward be shall Lord. | יִשְׂרָאֵֽל׃ | yiśrāʾēl | yees-ra-ALE |