जकर्याह 5:2
दूत ने मुझ से पूछा, तुझे क्या देख पड़ता है? मैं ने कहा, मुझे एक लिखा हुआ पत्र उड़ता हुआ देख पड़ता है, जिस की लम्बाई बीस हाथ और चौड़ाई दस हाथ की है।
And he said | וַיֹּ֣אמֶר | wayyōʾmer | va-YOH-mer |
unto | אֵלַ֔י | ʾēlay | ay-LAI |
me, What | מָ֥ה | mâ | ma |
seest | אַתָּ֖ה | ʾattâ | ah-TA |
thou? | רֹאֶ֑ה | rōʾe | roh-EH |
And I answered, | וָאֹמַ֗ר | wāʾōmar | va-oh-MAHR |
I | אֲנִ֤י | ʾănî | uh-NEE |
see | רֹאֶה֙ | rōʾeh | roh-EH |
flying a | מְגִלָּ֣ה | mĕgillâ | meh-ɡee-LA |
roll; | עָפָ֔ה | ʿāpâ | ah-FA |
the length | אָרְכָּהּ֙ | ʾorkāh | ore-KA |
thereof is twenty | עֶשְׂרִ֣ים | ʿeśrîm | es-REEM |
cubits, | בָּֽאַמָּ֔ה | bāʾammâ | ba-ah-MA |
and the breadth | וְרָחְבָּ֖הּ | wĕroḥbāh | veh-roke-BA |
thereof ten | עֶ֥שֶׂר | ʿeśer | EH-ser |
cubits. | בָּאַמָּֽה׃ | bāʾammâ | ba-ah-MA |