जकर्याह 5:1
मैं ने फिर आंखें उठाईं तो क्या देखा, कि एक लिखा हुआ पत्र उड़ रहा है।
Then I turned, | וָאָשׁ֕וּב | wāʾāšûb | va-ah-SHOOV |
and lifted up | וָאֶשָּׂ֥א | wāʾeśśāʾ | va-eh-SA |
eyes, mine | עֵינַ֖י | ʿênay | ay-NAI |
and looked, | וָֽאֶרְאֶ֑ה | wāʾerʾe | va-er-EH |
and behold | וְהִנֵּ֖ה | wĕhinnē | veh-hee-NAY |
a flying | מְגִלָּ֥ה | mĕgillâ | meh-ɡee-LA |
roll. | עָפָֽה׃ | ʿāpâ | ah-FA |