जकर्याह 3:10
उसी दिन तुम अपने अपने भाईबन्धुओं को दाखलता और अंजीर के वृक्ष के नीचे आने के लिये बुलाओगे, सेनाओं के यहोवा की यही वाणी है॥
In that | בַּיּ֣וֹם | bayyôm | BA-yome |
day, | הַה֗וּא | hahûʾ | ha-HOO |
saith | נְאֻם֙ | nĕʾum | neh-OOM |
the Lord | יְהוָ֣ה | yĕhwâ | yeh-VA |
hosts, of | צְבָא֔וֹת | ṣĕbāʾôt | tseh-va-OTE |
shall ye call | תִּקְרְא֖וּ | tiqrĕʾû | teek-reh-OO |
man every | אִ֣ישׁ | ʾîš | eesh |
his neighbour | לְרֵעֵ֑הוּ | lĕrēʿēhû | leh-ray-A-hoo |
under | אֶל | ʾel | el |
תַּ֥חַת | taḥat | TA-haht | |
vine the | גֶּ֖פֶן | gepen | ɡEH-fen |
and under | וְאֶל | wĕʾel | veh-EL |
תַּ֥חַת | taḥat | TA-haht | |
the fig tree. | תְּאֵנָֽה׃ | tĕʾēnâ | teh-ay-NA |