भजन संहिता 89:15
क्या ही धन्य है वह समाज जो आनन्द के ललकार को पहिचानता है; हे यहोवा, वे लोग तेरे मुख के प्रकाश में चलते हैं,
Blessed | אַשְׁרֵ֣י | ʾašrê | ash-RAY |
is the people | הָ֭עָם | hāʿom | HA-ome |
know that | יֹדְעֵ֣י | yōdĕʿê | yoh-deh-A |
the joyful sound: | תְרוּעָ֑ה | tĕrûʿâ | teh-roo-AH |
walk, shall they | יְ֝הוָ֗ה | yĕhwâ | YEH-VA |
O Lord, | בְּֽאוֹר | bĕʾôr | BEH-ore |
in the light | פָּנֶ֥יךָ | pānêkā | pa-NAY-ha |
of thy countenance. | יְהַלֵּכֽוּן׃ | yĕhallēkûn | yeh-ha-lay-HOON |