भजन संहिता 88:9
दु:ख भोगते भोगते मेरी आंखे धुन्धला गई। हे यहोवा मैं लगातार तुझे पुकारता और अपने हाथ तेरी ओर फैलाता आया हूं।
Mine eye | עֵינִ֥י | ʿênî | ay-NEE |
mourneth | דָאֲבָ֗ה | dāʾăbâ | da-uh-VA |
of reason by | מִנִּ֫י | minnî | mee-NEE |
affliction: | עֹ֥נִי | ʿōnî | OH-nee |
Lord, | קְרָאתִ֣יךָ | qĕrāʾtîkā | keh-ra-TEE-ha |
I have called | יְהוָ֣ה | yĕhwâ | yeh-VA |
daily | בְּכָל | bĕkāl | beh-HAHL |
י֑וֹם | yôm | yome | |
out stretched have I thee, upon | שִׁטַּ֖חְתִּי | šiṭṭaḥtî | shee-TAHK-tee |
my hands | אֵלֶ֣יךָ | ʾēlêkā | ay-LAY-ha |
unto thee. | כַפָּֽי׃ | kappāy | ha-PAI |