भजन संहिता 71:3
मेरे लिये सनातन काल की चट्टान का धाम बन, जिस में मैं नित्य जा सकूं; तू ने मेरे उद्धार की आज्ञा तो दी है, क्योंकि तू मेरी चट्टान और मेरा गढ़ ठहरा है॥
Be | הֱיֵ֤ה | hĕyē | hay-YAY |
thou my strong | לִ֨י׀ | lî | lee |
habitation, | לְצ֥וּר | lĕṣûr | leh-TSOOR |
continually may I whereunto | מָע֡וֹן | māʿôn | ma-ONE |
resort: | לָב֗וֹא | lābôʾ | la-VOH |
commandment given hast thou | תָּמִ֗יד | tāmîd | ta-MEED |
to save | צִוִּ֥יתָ | ṣiwwîtā | tsee-WEE-ta |
me; for | לְהוֹשִׁיעֵ֑נִי | lĕhôšîʿēnî | leh-hoh-shee-A-nee |
thou | כִּֽי | kî | kee |
art my rock | סַלְעִ֖י | salʿî | sahl-EE |
and my fortress. | וּמְצוּדָתִ֣י | ûmĕṣûdātî | oo-meh-tsoo-da-TEE |
אָֽתָּה׃ | ʾāttâ | AH-ta |