भजन संहिता 66:20
धन्य है परमेश्वर, जिसने न तो मेरी प्रार्थना अनसुनी की, और न मुझ से अपनी करूणा दूर कर दी है!
Blessed | בָּר֥וּךְ | bārûk | ba-ROOK |
be God, | אֱלֹהִ֑ים | ʾĕlōhîm | ay-loh-HEEM |
which | אֲשֶׁ֥ר | ʾăšer | uh-SHER |
hath not | לֹֽא | lōʾ | loh |
away turned | הֵסִ֘יר | hēsîr | hay-SEER |
my prayer, | תְּפִלָּתִ֥י | tĕpillātî | teh-fee-la-TEE |
nor his mercy | וְ֝חַסְדּ֗וֹ | wĕḥasdô | VEH-hahs-DOH |
from | מֵאִתִּֽי׃ | mēʾittî | may-ee-TEE |