भजन संहिता 36:4
वह अपने बिछौने पर पड़े पड़े अनर्थ की कल्पना करता है; वह अपने कुमार्ग पर दृढ़ता से बना रहता है; बुराई से वह हाथ नहीं उठाता॥
He deviseth | אָ֤וֶן׀ | ʾāwen | AH-ven |
mischief | יַחְשֹׁ֗ב | yaḥšōb | yahk-SHOVE |
upon | עַֽל | ʿal | al |
bed; his | מִשְׁכָּ֫ב֥וֹ | miškābô | meesh-KA-VOH |
he setteth himself | יִ֭תְיַצֵּב | yityaṣṣēb | YEET-ya-tsave |
in | עַל | ʿal | al |
way a | דֶּ֣רֶךְ | derek | DEH-rek |
that is not | לֹא | lōʾ | loh |
good; | ט֑וֹב | ṭôb | tove |
he abhorreth | רָ֝֗ע | rāʿ | ra |
not | לֹ֣א | lōʾ | loh |
evil. | יִמְאָֽס׃ | yimʾās | yeem-AS |