भजन संहिता 150:1
याह की स्तुति करो! ईश्वर के पवित्रस्थान में उसकी स्तुति करो; उसकी सामर्थ्य से भरे हुए आकाशमण्डल में उसी की स्तुति करो!
Praise | הַ֥לְלוּ | hallû | HAHL-loo |
ye the Lord. | יָ֨הּ׀ | yāh | ya |
Praise | הַֽלְלוּ | hallû | HAHL-loo |
God | אֵ֥ל | ʾēl | ale |
sanctuary: his in | בְּקָדְשׁ֑וֹ | bĕqodšô | beh-kode-SHOH |
praise | הַֽ֝לְל֗וּהוּ | hallûhû | HAHL-LOO-hoo |
him in the firmament | בִּרְקִ֥יעַ | birqîaʿ | beer-KEE-ah |
of his power. | עֻזּֽוֹ׃ | ʿuzzô | oo-zoh |