भजन संहिता 107:9
क्योंकि वह अभिलाषी जीव को सन्तुष्ट करता है, और भूखे को उत्तम पदार्थों से तृप्त करता है॥
For | כִּי | kî | kee |
he satisfieth | הִ֭שְׂבִּיעַ | hiśbîaʿ | HEES-bee-ah |
the longing | נֶ֣פֶשׁ | nepeš | NEH-fesh |
soul, | שֹׁקֵקָ֑ה | šōqēqâ | shoh-kay-KA |
filleth and | וְנֶ֥פֶשׁ | wĕnepeš | veh-NEH-fesh |
the hungry | רְ֝עֵבָה | rĕʿēbâ | REH-ay-va |
soul | מִלֵּא | millēʾ | mee-LAY |
with goodness. | טֽוֹב׃ | ṭôb | tove |