नीतिवचन 5:1
हे मेरे पुत्र, मेरी बुद्धि की बातों पर ध्यान दे, मेरी समझ की ओर कान लगा;
My son, | בְּ֭נִי | bĕnî | BEH-nee |
attend | לְחָכְמָתִ֣י | lĕḥokmātî | leh-hoke-ma-TEE |
unto my wisdom, | הַקְשִׁ֑יבָה | haqšîbâ | hahk-SHEE-va |
bow and | לִ֝תְבוּנָתִ֗י | litbûnātî | LEET-voo-na-TEE |
thine ear | הַט | haṭ | haht |
to my understanding: | אָזְנֶֽךָ׃ | ʾoznekā | oze-NEH-ha |