नीतिवचन 30:15
जैसे जोंक की दो बेटियां होती हैं, जो कहती हैं दे, दे, वैसे ही तीन वस्तुएं हैं, जो तृप्त नहीं होतीं; वरन चार हैं, जो कभी नहीं कहतीं, बस।
The horseleach | לַֽעֲלוּקָ֨ה׀ | laʿălûqâ | la-uh-loo-KA |
hath two | שְׁתֵּ֥י | šĕttê | sheh-TAY |
daughters, | בָנוֹת֮ | bānôt | va-NOTE |
crying, Give, | הַ֤ב׀ | hab | hahv |
give. | הַ֥ב | hab | hahv |
There are three | שָׁל֣וֹשׁ | šālôš | sha-LOHSH |
הֵ֭נָּה | hēnnâ | HAY-na | |
never are that things | לֹ֣א | lōʾ | loh |
satisfied, | תִשְׂבַּ֑עְנָה | tiśbaʿnâ | tees-BA-na |
yea, four | אַ֝רְבַּ֗ע | ʾarbaʿ | AR-BA |
say things | לֹא | lōʾ | loh |
not, | אָ֥מְרוּ | ʾāmĕrû | AH-meh-roo |
It is enough: | הֽוֹן׃ | hôn | hone |