नीतिवचन 29:18
जहां दर्शन की बात नहीं होती, वहां लोग निरंकुश हो जाते हैं, और जो व्यवस्था को मानता है वह धन्य होता है।
Where there is no | בְּאֵ֣ין | bĕʾên | beh-ANE |
vision, | חָ֭זוֹן | ḥāzôn | HA-zone |
people the | יִפָּ֣רַֽע | yippāraʿ | yee-PA-ra |
perish: | עָ֑ם | ʿām | am |
keepeth that he but | וְשֹׁמֵ֖ר | wĕšōmēr | veh-shoh-MARE |
the law, | תּוֹרָ֣ה | tôrâ | toh-RA |
happy | אַשְׁרֵֽהוּ׃ | ʾašrēhû | ash-ray-HOO |