नीतिवचन 28:16
जो प्रधान मन्दबुद्धि का होता है, वही बहुत अन्धेर करता है; और जो लालच का बैरी होता है वह दीर्घायु होता है।
The prince | נָגִ֗יד | nāgîd | na-ɡEED |
that wanteth | חֲסַ֣ר | ḥăsar | huh-SAHR |
understanding | תְּ֭בוּנוֹת | tĕbûnôt | TEH-voo-note |
is also a great | וְרַ֥ב | wĕrab | veh-RAHV |
oppressor: | מַעֲשַׁקּ֑וֹת | maʿăšaqqôt | ma-uh-SHA-kote |
but he that hateth | שֹׂ֥נֵאי | śōnēy | SOH-nay |
covetousness | בֶ֝֗צַע | beṣaʿ | VEH-tsa |
shall prolong | יַאֲרִ֥יךְ | yaʾărîk | ya-uh-REEK |
his days. | יָמִֽים׃ | yāmîm | ya-MEEM |