नीतिवचन 27:14
जो भोर को उठ कर अपने पड़ोसी को ऊंचे शब्द से आशीर्वाद देता है, उसके लिये यह शाप गिना जाता है।
He that blesseth | מְבָ֘רֵ֤ךְ | mĕbārēk | meh-VA-RAKE |
his friend | רֵעֵ֨הוּ׀ | rēʿēhû | ray-A-hoo |
loud a with | בְּק֣וֹל | bĕqôl | beh-KOLE |
voice, | גָּ֭דוֹל | gādôl | ɡA-dole |
rising early | בַּבֹּ֣קֶר | babbōqer | ba-BOH-ker |
morning, the in | הַשְׁכֵּ֑ים | haškêm | hahsh-KAME |
it shall be counted | קְ֝לָלָ֗ה | qĕlālâ | KEH-la-LA |
a curse | תֵּחָ֥שֶׁב | tēḥāšeb | tay-HA-shev |
to him. | לֽוֹ׃ | lô | loh |