नीतिवचन 25:16
क्या तू ने मधु पाया? तो जितना तेरे लिये ठीक हो उतना ही खाना, ऐसा न हो कि अधिक खा कर उसे उगल दे।
Hast thou found | דְּבַ֣שׁ | dĕbaš | deh-VAHSH |
honey? | מָ֭צָאתָ | māṣāʾtā | MA-tsa-ta |
eat | אֱכֹ֣ל | ʾĕkōl | ay-HOLE |
sufficient is as much so | דַּיֶּ֑ךָּ | dayyekkā | da-YEH-ka |
lest thee, for | פֶּן | pen | pen |
thou be filled | תִּ֝שְׂבָּעֶ֗נּוּ | tiśbāʿennû | TEES-ba-EH-noo |
therewith, and vomit | וַהֲקֵֽאתֽוֹ׃ | wahăqēʾtô | va-huh-KAY-TOH |