Mark 13:8
क्योंकि जाति पर जाति, और राज्य पर राज्य चढ़ाई करेगा, और हर कहीं भूईंडोल होंगे, और अकाल पड़ेंगे; यह तो पीड़ाओं का आरम्भ ही होगा॥
Mark 13:8 in Other Translations
King James Version (KJV)
For nation shall rise against nation, and kingdom against kingdom: and there shall be earthquakes in divers places, and there shall be famines and troubles: these are the beginnings of sorrows.
American Standard Version (ASV)
For nation shall rise against nation, and kingdom against kingdom; there shall be earthquakes in divers places; there shall be famines: these things are the beginning of travail.
Bible in Basic English (BBE)
Nation will go to war with nation, and kingdom with kingdom: there will be earth-shocks in different places; there will be times when there is no food; these things are the first of the troubles.
Darby English Bible (DBY)
For nation shall rise up against nation, and kingdom against kingdom; and there shall be earthquakes in [different] places, and there shall be famines and troubles: these things [are the] beginnings of throes.
World English Bible (WEB)
For nation will rise against nation, and kingdom against kingdom. There will be earthquakes in various places. There will be famines and troubles. These things are the beginning of birth pains.
Young's Literal Translation (YLT)
for nation shall rise against nation, and kingdom against kingdom, and there shall be earthquakes in divers places, and there shall be famines and troubles; beginnings of sorrows `are' these.
| For | ἐγερθήσεται | egerthēsetai | ay-gare-THAY-say-tay |
| nation | γὰρ | gar | gahr |
| shall rise | ἔθνος | ethnos | A-thnose |
| against | ἐπὶ | epi | ay-PEE |
| nation, | ἔθνος | ethnos | A-thnose |
| and | καὶ | kai | kay |
| kingdom | βασιλεία | basileia | va-see-LEE-ah |
| against | ἐπὶ | epi | ay-PEE |
| kingdom: | βασιλείαν | basileian | va-see-LEE-an |
| and | καὶ | kai | kay |
| there shall be | ἔσονται | esontai | A-sone-tay |
| earthquakes | σεισμοὶ | seismoi | see-SMOO |
| in | κατὰ | kata | ka-TA |
| divers places, | τόπους | topous | TOH-poos |
| and | καὶ | kai | kay |
| there shall be | ἔσονται | esontai | A-sone-tay |
| famines | λιμοὶ | limoi | lee-MOO |
| and | καὶ | kai | kay |
| troubles: | ταραχαί· | tarachai | ta-ra-HAY |
| these | ἀρχαὶ | archai | ar-HAY |
| are the beginnings | ὠδίνων | ōdinōn | oh-THEE-none |
| of sorrows. | ταῦτα | tauta | TAF-ta |
Cross Reference
प्रकाशित वाक्य 6:4
फिर एक और घोड़ा निकला, जो लाल रंग का था; उसके सवार को यह अधिकार दिया गया, कि पृथ्वी पर से मेल उठा ले, ताकि लोग एक दूसरे को वध करें; और उसे एक बड़ी तलवार दी गई॥
प्रेरितों के काम 11:28
उन में से अगबुस नाम एक ने खड़े होकर आत्मा की प्रेरणा से यह बताया, कि सारे जगत में बड़ा अकाल पकेगा, और वह अकाल क्लौदियुस के समय में पड़ा।
यिर्मयाह 6:24
इसका समाचार सुनते ही हमारे हाथ ढीले पड़ गए हैं; हम संकट में पड़े हैं; जच्चा की सी पीड़ा हम को उठी है।
यशायाह 19:2
और मिस्र की मूरतें उसके आने से थरथरा उठेंगी, और मिस्रियों का हृदय पानी-पानी हो जाएगा। और मैं मिस्रियों को एक दूसरे के विरुद्ध उभारूंगा, और वे आपस में लड़ेंगे, प्रत्येक अपने भाई से और हर एक अपने पड़ोसी से लड़ेगा, नगर नगर में और राज्य राज्य में युद्ध छिड़ेंगा;
2 इतिहास 15:6
और जाति से जाति और नगर से नगर चूर किए जाते थे, क्योंकि परमेश्वर नाना प्रकार का कष्ट देकर उन्हें घबरा देता था।
1 थिस्सलुनीकियों 5:3
जब लोग कहते होंगे, कि कुशल है, और कुछ भय नहीं, तो उन पर एकाएक विनाश आ पड़ेगा, जिस प्रकार गर्भवती पर पीड़ा; और वे किसी रीति से बचेंगे।
मत्ती 24:8
ये सब बातें पीड़ाओं का आरम्भ होंगी।
जकर्याह 14:13
और उस समय यहोवा की ओर से उन में बड़ी घबराहट पैठेगी, और वे एक दूसरे के हाथ को पकड़ेंगे, और एक दूसरे पर अपने अपने हाथ उठाएंगे।
हाग्गै 2:22
और मैं राज्य-राज्य की गद्दी को उलट दूंगा; मैं अन्यजातियों के राज्य-राज्य का बल तोडूंगा, और रथों को चढ़वैयों समेत उलट दूंगा; और घोड़ों समेत सवार एक दूसरे की तलवार से गिरेंगे।
मीका 4:9
अब तू क्यों चिल्लाती है? क्या तुझ में कोई राजा नहीं रहा? क्या तेरा युक्ति करने वाला नाश हो गया, जिस से जच्चा स्त्री की नाईं तुझे पीड़ा उठती है?
यिर्मयाह 50:43
उनका समाचार सुनते ही बाबुल के राजा के हाथ पांव ढीले पड़ गए, और उसको ज़च्चा की सी पीड़ें उठीं।
यिर्मयाह 49:24
दमिश्क बलहीन हो कर भागने को फिरती है, परन्तु कंपकंपी ने उसे पकड़ा है, जच्चा की सी पीडें उसे उठी हैं।
यिर्मयाह 25:32
सेनाओं का यहोवा यों कहता है, देखो, विपत्ति एक जाति से दूसरी जाति में फैलेगी, और बड़ी आंधी पृथ्वी की छोर से उठेगी!
यिर्मयाह 22:23
हे लबानोन की रहने वाली, हे देवदार में अपना घोंसला बनाने वालो, जब तुझ को जच्चा की सी पीड़ाएं उठें तब तू व्याकुल हो जाएगी!
यिर्मयाह 13:21
जब वह तेरे उन मित्रों को तेरे ऊपर प्रधान ठहराएगा जिन्हें तू ने अपनी हानि करने की शिक्षा दी है, तब तू क्या कहेगी? क्या उस समय तुझे ज़च्चा की सी पीड़ाएं न उठेंगी?
यिर्मयाह 4:31
क्योंकि मैं ने ज़च्चा का शब्द, पहिलौठा जनती हुई स्त्री की सी चिल्लाहट सुनी है, यह सिय्योन की बेटी का शब्द है, जो हांफती और हाथ फैलाए हुए यों कहती है, हाय मुझ पर, मैं हत्यारों के हाथ पड़कर मूछिर्त हो चली हूँ।
यशायाह 37:3
उन्होंने उस से कहा, हिजकिय्याह यों कहता है कि आज का दिन संकट और उलहने और निन्दा का दिन है, बच्चे जन्मने पर हुए पर जच्चा को जनने का बल न रहा।
भजन संहिता 48:6
वहां कपकपी ने उन को आ पकड़ा, और जच्चा की सी पीड़ाएं उन्हें होने लगीं।