मलाकी 1:13
फिर तुम यह भी कहते हो, कि यह कैसा बड़ा उपद्रव है! सेनाओं के यहोवा का यह वचन है। तुम ने उस भोजनवस्तु के प्रति नाक भौं सिकोड़ी, और अत्याचार से प्राप्त किए हुए और लंगड़े और रोगी पशु की भेंट ले आते हो! क्या मैं ऐसी भेंट तुम्हारे हाथ से ग्रहण करूं? यहोवा का यही वचन है।
Ye said | וַאֲמַרְתֶּם֩ | waʾămartem | va-uh-mahr-TEM |
also, Behold, | הִנֵּ֨ה | hinnē | hee-NAY |
weariness a what | מַתְּלָאָ֜ה | mattĕlāʾâ | ma-teh-la-AH |
at snuffed have ye and it! is | וְהִפַּחְתֶּ֣ם | wĕhippaḥtem | veh-hee-pahk-TEM |
it, saith | אוֹת֗וֹ | ʾôtô | oh-TOH |
the Lord | אָמַר֙ | ʾāmar | ah-MAHR |
hosts; of | יְהוָ֣ה | yĕhwâ | yeh-VA |
and ye brought | צְבָא֔וֹת | ṣĕbāʾôt | tseh-va-OTE |
torn, was which that | וַהֲבֵאתֶ֣ם | wahăbēʾtem | va-huh-vay-TEM |
and the lame, | גָּז֗וּל | gāzûl | ɡa-ZOOL |
sick; the and | וְאֶת | wĕʾet | veh-ET |
thus ye brought | הַפִּסֵּ֙חַ֙ | happissēḥa | ha-pee-SAY-HA |
וְאֶת | wĕʾet | veh-ET | |
offering: an | הַ֣חוֹלֶ֔ה | haḥôle | HA-hoh-LEH |
should I accept | וַהֲבֵאתֶ֖ם | wahăbēʾtem | va-huh-vay-TEM |
hand? your of this | אֶת | ʾet | et |
saith | הַמִּנְחָ֑ה | hamminḥâ | ha-meen-HA |
the Lord. | הַאֶרְצֶ֥ה | haʾerṣe | ha-er-TSEH |
אוֹתָ֛הּ | ʾôtāh | oh-TA | |
מִיֶּדְכֶ֖ם | miyyedkem | mee-yed-HEM | |
אָמַ֥ר | ʾāmar | ah-MAHR | |
יְהוָֽה׃ | yĕhwâ | yeh-VA |