Luke 8:15
पर अच्छी भूमि में के वे हैं, जो वचन सुनकर भले और उत्तम मन में सम्भाले रहते हैं, और धीरज से फल लाते हैं॥
Luke 8:15 in Other Translations
King James Version (KJV)
But that on the good ground are they, which in an honest and good heart, having heard the word, keep it, and bring forth fruit with patience.
American Standard Version (ASV)
And that in the good ground, these are such as in an honest and good heart, having heard the word, hold it fast, and bring forth fruit with patience.
Bible in Basic English (BBE)
And those in the good earth are those who, having given ear to the word, keep it with a good and true heart, and in quiet strength give fruit.
Darby English Bible (DBY)
But that in the good ground, these are they who in an honest and good heart, having heard the word keep it, and bring forth fruit with patience.
World English Bible (WEB)
That in the good ground, these are such as in an honest and good heart, having heard the word, hold it tightly, and bring forth fruit with patience.
Young's Literal Translation (YLT)
`And that in the good ground: These are they, who in an upright and good heart, having heard the word, do retain `it', and bear fruit in continuance.
| But | τὸ | to | toh |
| that | δὲ | de | thay |
| on | ἐν | en | ane |
| the | τῇ | tē | tay |
| good | καλῇ | kalē | ka-LAY |
| ground | γῇ | gē | gay |
| are | οὗτοί | houtoi | OO-TOO |
| they, | εἰσιν | eisin | ees-een |
| which | οἵτινες | hoitines | OO-tee-nase |
| in | ἐν | en | ane |
| an honest | καρδίᾳ | kardia | kahr-THEE-ah |
| and | καλῇ | kalē | ka-LAY |
| good | καὶ | kai | kay |
| heart, | ἀγαθῇ | agathē | ah-ga-THAY |
| having heard | ἀκούσαντες | akousantes | ah-KOO-sahn-tase |
| the | τὸν | ton | tone |
| word, | λόγον | logon | LOH-gone |
| keep | κατέχουσιν | katechousin | ka-TAY-hoo-seen |
| and it, | καὶ | kai | kay |
| bring forth fruit | καρποφοροῦσιν | karpophorousin | kahr-poh-foh-ROO-seen |
| with | ἐν | en | ane |
| patience. | ὑπομονῇ | hypomonē | yoo-poh-moh-NAY |
Cross Reference
इब्रानियों 10:36
क्योंकि तुम्हें धीरज धरना अवश्य है, ताकि परमेश्वर की इच्छा को पूरी करके तुम प्रतिज्ञा का फल पाओ।
कुलुस्सियों 1:10
ताकि तुम्हारा चाल-चलन प्रभु के योग्य हो, और वह सब प्रकार से प्रसन्न हो, और तुम में हर प्रकार के भले कामों का फल लगे, और परमेश्वर की पहिचान में बढ़ते जाओ।
कुलुस्सियों 1:6
जो तुम्हारे पास पहुंचा है और जैसा जगत में भी फल लाता, और बढ़ता जाता है; अर्थात जिस दिन से तुम ने उस को सुना, और सच्चाई से परमेश्वर का अनुग्रह पहिचाना है, तुम में भी ऐसा ही करता है।
व्यवस्थाविवरण 30:6
और तेरा परमेश्वर यहोवा तेरे और तेरे वंश के मन का खतना करेगा, कि तू अपने परमेश्वर यहोवा से अपने सारे मन और सारे प्राण के साथ प्रेम करे, जिस से तू जीवित रहे।
रोमियो 6:22
क्योंकि उन का अन्त तो मृत्यु है परन्तु अब पाप से स्वतंत्र होकर और परमेश्वर के दास बनकर तुम को फल मिला जिस से पवित्रता प्राप्त होती है, और उसका अन्त अनन्त जीवन है।
रोमियो 7:4
सो हे मेरे भाइयो, तुम भी मसीह की देह के द्वारा व्यवस्था के लिये मरे हुए बन गए, कि उस दूसरे के हो जाओ, जो मरे हुओं में से जी उठा: ताकि हम परमेश्वर के लिये फल लाएं।
गलातियों 5:22
पर आत्मा का फल प्रेम, आनन्द, मेल, धीरज,
फिलिप्पियों 1:11
और उस धामिर्कता के फल से जो यीशु मसीह के द्वारा होते हैं, भरपूर होते जाओ जिस से परमेश्वर की महिमा और स्तुति होती रहे॥
याकूब 5:7
सो हे भाइयों, प्रभु के आगमन तक धीरज धरो, देखो, गृहस्थ पृथ्वी के बहुमूल्य फल की आशा रखता हुआ प्रथम और अन्तिम वर्षा होने तक धीरज धरता है।
1 यूहन्ना 2:3
यदि हम उस की आज्ञाओं को मानेंगे, तो इस से हम जान लेंगे कि हम उसे जान गए हैं।
फिलिप्पियों 3:13
हे भाइयों, मेरी भावना यह नहीं कि मैं पकड़ चुका हूं: परन्तु केवल यह एक काम करता हूं, कि जो बातें पीछे रह गई हैं उन को भूल कर, आगे की बातों की ओर बढ़ता हुआ।
इब्रानियों 2:1
इस कारण चाहिए, कि हम उन बातों पर जो हम ने सुनी हैं और भी मन लगाएं, ऐसा न हो कि बहक कर उन से दूर चले जाएं।
इब्रानियों 6:11
पर हम बहुत चाहते हैं, कि तुम में से हर एक जन अन्त तक पूरी आशा के लिये ऐसा ही प्रयत्न करता रहे।
याकूब 1:4
पर धीरज को अपना पूरा काम करने दो, कि तुम पूरे और सिद्ध हो जाओ और तुम में किसी बात की घटी न रहे॥
याकूब 1:16
हे मेरे प्रिय भाइयों, धोखा न खाओ।
याकूब 1:22
परन्तु वचन पर चलने वाले बनो, और केवल सुनने वाले ही नहीं जो अपने आप को धोखा देते हैं।
1 पतरस 2:1
इसलिये सब प्रकार का बैर भाव और छल और कपट और डाह और बदनामी को दूर करके।
इफिसियों 2:8
क्योंकि विश्वास के द्वारा अनुग्रह ही से तुम्हारा उद्धार हुआ है, और यह तुम्हारी ओर से नहीं, वरन परमेश्वर का दान है।
1 कुरिन्थियों 7:19
न खतना कुछ है, और न खतनारिहत परन्तु परमेश्वर की आज्ञाओं को मानना ही सब कुछ है।
रोमियो 7:18
क्योंकि मैं जानता हूं, कि मुझ में अर्थात मेरे शरीर में कोई अच्छी वस्तु वास नहीं करती, इच्छा तो मुझ में है, परन्तु भले काम मुझ से बन नहीं पड़ते।
भजन संहिता 1:1
क्या ही धन्य है वह पुरूष जो दुष्टों की युक्ति पर नहीं चलता, और न पापियों के मार्ग में खड़ा होता; और न ठट्ठा करने वालों की मण्डली में बैठता है!
भजन संहिता 51:10
हे परमेश्वर, मेरे अन्दर शुद्ध मन उत्पन्न कर, और मेरे भीतर स्थिर आत्मा नये सिरे से उत्पन्न कर।
भजन संहिता 119:11
मैं ने तेरे वचन को अपने हृदय में रख छोड़ा है, कि तेरे विरुद्ध पाप न करूं।
भजन संहिता 119:127
इस कारण मैं तेरी आज्ञाओं को सोने से वरन कुन्दन से भी अधिक प्रिय मानता हूं।
नीतिवचन 3:1
हे मेरे पुत्र, मेरी शिक्षा को न भूलना; अपने हृदय में मेरी आज्ञाओं को रखे रहना;
यिर्मयाह 15:16
जब तेरे वचन मेरे पास पहुंचे, तब मैं ने उन्हें मानो खा लिया, और तेरे वचन मेरे मन के हर्ष और आनन्द का कारण हुए; क्योंकि, हे सेनाओं के परमेश्वर यहोवा, मैं तेरा कहलाता हूँ।
यिर्मयाह 31:33
परन्तु जो वाचा मैं उन दिनों के बाद इस्राएल के घराने से बान्धूंगा, वह यह है: मैं अपनी व्यवस्था उनके मन में समवाऊंगा, और उसे उनके हृदय पर लिखूंगा; और मैं उनका परमेश्वर ठहरूंगा, और वे मेरी प्रजा ठहरेंगे, यहोवा की यह वाणी है।
यिर्मयाह 32:29
जो कसदी इस नगर से युद्ध कर रहे हैं, वे आकर इस में आग लगाकर फूंक देंगे, और जिन घरों की छतों पर उन्होंने बाल के लिये धूप जलाकर और दूसरे देवताओं को तपावन देकर मुझे रिस दिलाई है, वे घर जला दिए जाएंगे।
यहेजकेल 36:26
मैं तुम को नया मन दूंगा, और तुम्हारे भीतर नई आत्मा उत्पन्न करूंगा; और तुम्हारी देह में से पत्थर का हृदय निकाल कर तुम को मांस का हृदय दूंगा।
मत्ती 24:13
परन्तु जो अन्त तक धीरज धरे रहेगा, उसी का उद्धार होगा।
लूका 6:45
भला मनुष्य अपने मन के भले भण्डार से भली बातें निकालता है; और बुरा मनुष्य अपने मन के बुरे भण्डार से बुरी बातें निकालता है; क्योंकि जो मन में भरा है वही उसके मुंह पर आता है॥
लूका 11:28
उस ने कहा, हां; परन्तु धन्य वे हैं, जो परमेश्वर का वचन सुनते और मानते हैं॥
यूहन्ना 14:15
यदि तुम मुझ से प्रेम रखते हो, तो मेरी आज्ञाओं को मानोगे।
यूहन्ना 14:21
जिस के पास मेरी आज्ञा है, और वह उन्हें मानता है, वही मुझ से प्रेम रखता है, और जो मुझ से प्रेम रखता है, उस से मेरा पिता प्रेम रखेगा, और मैं उस से प्रेम रखूंगा, और अपने आप को उस पर प्रगट करूंगा।
यूहन्ना 15:10
यदि तुम मेरी आज्ञाओं को मानोगे, तो मेरे प्रेम में बने रहोगे: जैसा कि मैं ने अपने पिता की आज्ञाओं को माना है, और उसके प्रेम में बना रहता हूं।
रोमियो 2:7
जो सुकर्म में स्थिर रहकर महिमा, और आदर, और अमरता की खोज में है, उन्हें वह अनन्त जीवन देगा।
अय्यूब 23:11
मेरे पैर उसके मार्गों में स्थिर रहे; और मैं उसी का मार्ग बिना मुड़े थामे रहा।