न्यायियों 17:3
जब उसने वे ग्यारह सौ टुकड़े चान्दी अपनी माता को फेर दिए; तब माता ने कहा, मैं अपनी ओर से अपने बेटे के लिये यह रूपया यहोवा को निश्चय अर्पण करती हूं ताकि उस से एक मूरत खोदकर, और दूसरी ढालकर बनाईं जाए, सो अब मैं उसे तुझ को फेर देती हूं।
And when he had restored | וַיָּ֛שֶׁב | wayyāšeb | va-YA-shev |
אֶת | ʾet | et | |
hundred eleven the | אֶֽלֶף | ʾelep | EH-lef |
וּמֵאָ֥ה | ûmēʾâ | oo-may-AH | |
shekels of silver | הַכֶּ֖סֶף | hakkesep | ha-KEH-sef |
mother, his to | לְאִמּ֑וֹ | lĕʾimmô | leh-EE-moh |
his mother | וַתֹּ֣אמֶר | wattōʾmer | va-TOH-mer |
said, | אִמּ֡וֹ | ʾimmô | EE-moh |
wholly had I | הַקְדֵּ֣שׁ | haqdēš | hahk-DAYSH |
dedicated | הִקְדַּ֣שְׁתִּי | hiqdaštî | heek-DAHSH-tee |
אֶת | ʾet | et | |
the silver | הַכֶּסֶף֩ | hakkesep | ha-keh-SEF |
Lord the unto | לַֽיהוָ֨ה | layhwâ | lai-VA |
from my hand | מִיָּדִ֜י | miyyādî | mee-ya-DEE |
for my son, | לִבְנִ֗י | libnî | leev-NEE |
make to | לַֽעֲשׂוֹת֙ | laʿăśôt | la-uh-SOTE |
a graven image | פֶּ֣סֶל | pesel | PEH-sel |
image: molten a and | וּמַסֵּכָ֔ה | ûmassēkâ | oo-ma-say-HA |
now | וְעַתָּ֖ה | wĕʿattâ | veh-ah-TA |
restore will I therefore | אֲשִׁיבֶ֥נּוּ | ʾăšîbennû | uh-shee-VEH-noo |
it unto thee. | לָֽךְ׃ | lāk | lahk |