यिर्मयाह 45:1
योशिय्याह के पुत्र यहूदा के राजा यहोयाकीम के राज्य के चौथे वर्ष में, जब नेरिय्याह का पुत्र बारूक यिर्मयाह भविष्यद्वक्ता से भविष्यद्वाणी के ये वचन सुन कर पुस्तक में लिख चुका था,
The word | הַדָּבָ֗ר | haddābār | ha-da-VAHR |
that | אֲשֶׁ֤ר | ʾăšer | uh-SHER |
Jeremiah | דִּבֶּר֙ | dibber | dee-BER |
the prophet | יִרְמְיָ֣הוּ | yirmĕyāhû | yeer-meh-YA-hoo |
spake | הַנָּבִ֔יא | hannābîʾ | ha-na-VEE |
unto | אֶל | ʾel | el |
Baruch | בָּר֖וּךְ | bārûk | ba-ROOK |
the son | בֶּֽן | ben | ben |
Neriah, of | נֵֽרִיָּ֑ה | nēriyyâ | nay-ree-YA |
when he had written | בְּכָתְבוֹ֩ | bĕkotbô | beh-hote-VOH |
אֶת | ʾet | et | |
these | הַדְּבָרִ֨ים | haddĕbārîm | ha-deh-va-REEM |
words | הָאֵ֤לֶּה | hāʾēlle | ha-A-leh |
in | עַל | ʿal | al |
book a | סֵ֙פֶר֙ | sēper | SAY-FER |
at the mouth | מִפִּ֣י | mippî | mee-PEE |
Jeremiah, of | יִרְמְיָ֔הוּ | yirmĕyāhû | yeer-meh-YA-hoo |
in the fourth | בַּשָּׁנָה֙ | baššānāh | ba-sha-NA |
year | הָֽרְבִעִ֔ית | hārĕbiʿît | ha-reh-vee-EET |
Jehoiakim of | לִיהוֹיָקִ֧ים | lîhôyāqîm | lee-hoh-ya-KEEM |
the son | בֶּן | ben | ben |
of Josiah | יֹאשִׁיָּ֛הוּ | yōʾšiyyāhû | yoh-shee-YA-hoo |
king | מֶ֥לֶךְ | melek | MEH-lek |
of Judah, | יְהוּדָ֖ה | yĕhûdâ | yeh-hoo-DA |
saying, | לֵאמֹֽר׃ | lēʾmōr | lay-MORE |