यिर्मयाह 36:32
तब यिर्मयाह ने दूसरी पुस्तक ले कर नेरिय्याह के पुत्र बारूक लेखक को दी, और जो पुस्तक यहूदा के राजा यहोयाकीम ने आग में जला दी थी, उस में के सब वचनों को बारूक ने यिर्मयाह के मुख से सुन सुनकर उस में लिख दिए; और उन वचनों में उनके समान और भी बहुत सी बातें बढ़ा दी गईं।
Then took | וְיִרְמְיָ֜הוּ | wĕyirmĕyāhû | veh-yeer-meh-YA-hoo |
Jeremiah | לָקַ֣ח׀ | lāqaḥ | la-KAHK |
another | מְגִלָּ֣ה | mĕgillâ | meh-ɡee-LA |
roll, | אַחֶ֗רֶת | ʾaḥeret | ah-HEH-ret |
gave and | וַֽיִּתְּנָהּ֮ | wayyittĕnāh | va-yee-teh-NA |
it to | אֶל | ʾel | el |
Baruch | בָּר֣וּךְ | bārûk | ba-ROOK |
the scribe, | בֶּן | ben | ben |
son the | נֵרִיָּהוּ֮ | nēriyyāhû | nay-ree-ya-HOO |
of Neriah; | הַסֹּפֵר֒ | hassōpēr | ha-soh-FARE |
who wrote | וַיִּכְתֹּ֤ב | wayyiktōb | va-yeek-TOVE |
therein | עָלֶ֙יהָ֙ | ʿālêhā | ah-LAY-HA |
mouth the from | מִפִּ֣י | mippî | mee-PEE |
of Jeremiah | יִרְמְיָ֔הוּ | yirmĕyāhû | yeer-meh-YA-hoo |
אֵ֚ת | ʾēt | ate | |
all | כָּל | kāl | kahl |
the words | דִּבְרֵ֣י | dibrê | deev-RAY |
of the book | הַסֵּ֔פֶר | hassēper | ha-SAY-fer |
which | אֲשֶׁ֥ר | ʾăšer | uh-SHER |
Jehoiakim | שָׂרַ֛ף | śārap | sa-RAHF |
king | יְהוֹיָקִ֥ים | yĕhôyāqîm | yeh-hoh-ya-KEEM |
of Judah | מֶֽלֶךְ | melek | MEH-lek |
had burned | יְהוּדָ֖ה | yĕhûdâ | yeh-hoo-DA |
fire: the in | בָּאֵ֑שׁ | bāʾēš | ba-AYSH |
and there were added | וְע֨וֹד | wĕʿôd | veh-ODE |
besides | נוֹסַ֧ף | nôsap | noh-SAHF |
unto | עֲלֵיהֶ֛ם | ʿălêhem | uh-lay-HEM |
them many | דְּבָרִ֥ים | dĕbārîm | deh-va-REEM |
like | רַבִּ֖ים | rabbîm | ra-BEEM |
words. | כָּהֵֽמָּה׃ | kāhēmmâ | ka-HAY-ma |