यिर्मयाह 10:3
क्योंकि देशों के लोगों की रीतियां तो निकम्मी हैं। मूरत तो वन में से किसी का काटा हुआ काठ है जिसे कारीगर ने बसूले से बनाया है।
For | כִּֽי | kî | kee |
the customs | חֻקּ֥וֹת | ḥuqqôt | HOO-kote |
of the people | הָֽעַמִּ֖ים | hāʿammîm | ha-ah-MEEM |
vain: are | הֶ֣בֶל | hebel | HEH-vel |
for | ה֑וּא | hûʾ | hoo |
one cutteth | כִּֽי | kî | kee |
a tree | עֵץ֙ | ʿēṣ | ayts |
forest, the of out | מִיַּ֣עַר | miyyaʿar | mee-YA-ar |
the work | כְּרָת֔וֹ | kĕrātô | keh-ra-TOH |
hands the of | מַעֲשֵׂ֥ה | maʿăśē | ma-uh-SAY |
of the workman, | יְדֵ֥י | yĕdê | yeh-DAY |
with the axe. | חָרָ֖שׁ | ḥārāš | ha-RAHSH |
בַּֽמַּעֲצָֽד׃ | bammaʿăṣād | BA-ma-uh-TSAHD |