यशायाह 64:7
कोई भी तुझ से प्रार्थना नहीं करता, न कोई तुझ से सहायता लेने के लिये चौकसी करता है कि तुझ से लिपटा रहे; क्योंकि हमारे अधर्म के कामों के कारण तू ने हम से अपना मुंह छिपा लिया है, और हमें हमारी बुराइयों के वश में छोड़ दिया है॥
And there is none | וְאֵין | wĕʾên | veh-ANE |
that calleth | קוֹרֵ֣א | qôrēʾ | koh-RAY |
name, thy upon | בְשִׁמְךָ֔ | bĕšimkā | veh-sheem-HA |
that stirreth up himself | מִתְעוֹרֵ֖ר | mitʿôrēr | meet-oh-RARE |
to take hold | לְהַחֲזִ֣יק | lĕhaḥăzîq | leh-ha-huh-ZEEK |
for thee: of | בָּ֑ךְ | bāk | bahk |
thou hast hid | כִּֽי | kî | kee |
thy face | הִסְתַּ֤רְתָּ | histartā | hees-TAHR-ta |
from | פָנֶ֙יךָ֙ | pānêkā | fa-NAY-HA |
consumed hast and us, | מִמֶּ֔נּוּ | mimmennû | mee-MEH-noo |
us, because | וַתְּמוּגֵ֖נוּ | wattĕmûgēnû | va-teh-moo-ɡAY-noo |
of our iniquities. | בְּיַד | bĕyad | beh-YAHD |
עֲוֹנֵֽנוּ׃ | ʿăwōnēnû | uh-oh-nay-NOO |