यशायाह 60:11
तेरे फाटक सदैव खुले रहेंगे; दिन और रात वे बन्द न किए जाएंगे जिस से अन्यजातियों की धन-सम्पत्ति और उनके राजा बंधुए हो कर तेरे पास पहुंचाए जाएं।
Therefore thy gates | וּפִתְּח֨וּ | ûpittĕḥû | oo-fee-teh-HOO |
shall be open | שְׁעָרַ֧יִךְ | šĕʿārayik | sheh-ah-RA-yeek |
continually; | תָּמִ֛יד | tāmîd | ta-MEED |
not shall they | יוֹמָ֥ם | yômām | yoh-MAHM |
be shut | וָלַ֖יְלָה | wālaylâ | va-LA-la |
day | לֹ֣א | lōʾ | loh |
nor night; | יִסָּגֵ֑רוּ | yissāgērû | yee-sa-ɡAY-roo |
bring may men that | לְהָבִ֤יא | lĕhābîʾ | leh-ha-VEE |
unto | אֵלַ֙יִךְ֙ | ʾēlayik | ay-LA-yeek |
thee the forces | חֵ֣יל | ḥêl | hale |
Gentiles, the of | גּוֹיִ֔ם | gôyim | ɡoh-YEEM |
and that their kings | וּמַלְכֵיהֶ֖ם | ûmalkêhem | oo-mahl-hay-HEM |
may be brought. | נְהוּגִֽים׃ | nĕhûgîm | neh-hoo-ɡEEM |