यशायाह 58:3
वे कहते हैं, क्या कारएा है कि हम ने तो उपवास रखा, परन्तु तू ने इसकी सुधि नहीं ली? हम ने दु:ख उठाया, परन्तु तू ने कुछ ध्यान नहीं दिया? सुनो, उपवास के दिन तुम अपनी ही इच्छा पूरी करते हो और अपने सेवकों से कठिन कामों को कराते हो।
Wherefore | לָ֤מָּה | lāmmâ | LA-ma |
have we fasted, | צַּ֙מְנוּ֙ | ṣamnû | TSAHM-NOO |
say they, and thou seest | וְלֹ֣א | wĕlōʾ | veh-LOH |
not? | רָאִ֔יתָ | rāʾîtā | ra-EE-ta |
wherefore have we afflicted | עִנִּ֥ינוּ | ʿinnînû | ee-NEE-noo |
our soul, | נַפְשֵׁ֖נוּ | napšēnû | nahf-SHAY-noo |
knowledge? no takest thou and | וְלֹ֣א | wĕlōʾ | veh-LOH |
תֵדָ֑ע | tēdāʿ | tay-DA | |
Behold, | הֵ֣ן | hēn | hane |
in the day | בְּי֤וֹם | bĕyôm | beh-YOME |
fast your of | צֹֽמְכֶם֙ | ṣōmĕkem | tsoh-meh-HEM |
ye find | תִּמְצְאוּ | timṣĕʾû | teem-tseh-OO |
pleasure, | חֵ֔פֶץ | ḥēpeṣ | HAY-fets |
and exact | וְכָל | wĕkāl | veh-HAHL |
all | עַצְּבֵיכֶ֖ם | ʿaṣṣĕbêkem | ah-tseh-vay-HEM |
your labours. | תִּנְגֹּֽשׂוּ׃ | tingōśû | teen-ɡoh-SOO |