यशायाह 57:19
मैं मुंह के फल का सृजनहार हूं; यहोवा ने कहा है, जो दूर और जो निकट हैं, दोनों को पूरी शान्ति मिले; और मैं उसको चंगा करूंगा।
I create | בּוֹרֵ֖א | bôrēʾ | boh-RAY |
the fruit | נִ֣וב | niwb | NEEV-v |
lips; the of | שְׂפָתָ֑יִם | śĕpātāyim | seh-fa-TA-yeem |
Peace, | שָׁל֨וֹם׀ | šālôm | sha-LOME |
peace | שָׁל֜וֹם | šālôm | sha-LOME |
off, far is that him to | לָרָח֧וֹק | lārāḥôq | la-ra-HOKE |
near, is that him to and | וְלַקָּר֛וֹב | wĕlaqqārôb | veh-la-ka-ROVE |
saith | אָמַ֥ר | ʾāmar | ah-MAHR |
Lord; the | יְהוָ֖ה | yĕhwâ | yeh-VA |
and I will heal | וּרְפָאתִֽיו׃ | ûrĕpāʾtîw | oo-reh-fa-TEEV |