यशायाह 54:1
हे बांझ तू जो पुत्रहीन है जयजयकार कर; तू जिसे जन्माने की पीड़े नहीं हुई, गला खोल कर जयजयकार कर और पुकार! क्योंकि त्यागी हुई के लड़के सुहागिन के लड़कों से अधिक होंगे, यहोवा का यही वचन है।
Sing, | רָנִּ֥י | ronnî | roh-NEE |
O barren, | עֲקָרָ֖ה | ʿăqārâ | uh-ka-RA |
not didst that thou | לֹ֣א | lōʾ | loh |
bear; | יָלָ֑דָה | yālādâ | ya-LA-da |
break forth | פִּצְחִ֨י | piṣḥî | peets-HEE |
singing, into | רִנָּ֤ה | rinnâ | ree-NA |
and cry aloud, | וְצַהֲלִי֙ | wĕṣahăliy | veh-tsa-huh-LEE |
thou that didst not | לֹא | lōʾ | loh |
child: with travail | חָ֔לָה | ḥālâ | HA-la |
for | כִּֽי | kî | kee |
more | רַבִּ֧ים | rabbîm | ra-BEEM |
children the are | בְּֽנֵי | bĕnê | BEH-nay |
of the desolate | שׁוֹמֵמָ֛ה | šômēmâ | shoh-may-MA |
children the than | מִבְּנֵ֥י | mibbĕnê | mee-beh-NAY |
of the married wife, | בְעוּלָ֖ה | bĕʿûlâ | veh-oo-LA |
saith | אָמַ֥ר | ʾāmar | ah-MAHR |
the Lord. | יְהוָֽה׃ | yĕhwâ | yeh-VA |