यशायाह 51:10
क्या तू वही नहीं जिसने समुद्र को अर्थात गहिरे सागर के जल को सुखा डाला और उसकी गहराई में अपने छुड़ाए हुओं के पार जाने के लिये मार्ग निकाला था?
Art thou | הֲל֤וֹא | hălôʾ | huh-LOH |
not | אַתְּ | ʾat | at |
it | הִיא֙ | hîʾ | hee |
which hath dried | הַמַּחֲרֶ֣בֶת | hammaḥărebet | ha-ma-huh-REH-vet |
sea, the | יָ֔ם | yām | yahm |
the waters | מֵ֖י | mê | may |
of the great | תְּה֣וֹם | tĕhôm | teh-HOME |
deep; | רַבָּ֑ה | rabbâ | ra-BA |
made hath that | הַשָּׂ֙מָה֙ | haśśāmāh | ha-SA-MA |
the depths | מַֽעֲמַקֵּי | maʿămaqqê | MA-uh-ma-kay |
of the sea | יָ֔ם | yām | yahm |
way a | דֶּ֖רֶךְ | derek | DEH-rek |
for the ransomed | לַעֲבֹ֥ר | laʿăbōr | la-uh-VORE |
to pass over? | גְּאוּלִֽים׃ | gĕʾûlîm | ɡeh-oo-LEEM |