यशायाह 49:6
उसी ने मुझ से यह भी कहा है, यह तो हलकी सी बात है कि तू याकूब के गोत्रों का उद्धार करने और इस्राएल के रक्षित लोगों को लौटा ले आने के लिये मेरा सेवक ठहरे; मैं तुझे अन्यजातियों के लिये ज्योति ठहराऊंगा कि मेरा उद्धार पृथ्वी की एक ओर से दूसरी ओर तक फैल जाए॥
And he said, | וַיֹּ֗אמֶר | wayyōʾmer | va-YOH-mer |
thing light a is It | נָקֵ֨ל | nāqēl | na-KALE |
that thou shouldest be | מִֽהְיוֹתְךָ֥ | mihĕyôtĕkā | mee-heh-yoh-teh-HA |
servant my | לִי֙ | liy | lee |
to raise up | עֶ֔בֶד | ʿebed | EH-ved |
לְהָקִים֙ | lĕhāqîm | leh-ha-KEEM | |
tribes the | אֶת | ʾet | et |
of Jacob, | שִׁבְטֵ֣י | šibṭê | sheev-TAY |
and to restore | יַעֲקֹ֔ב | yaʿăqōb | ya-uh-KOVE |
preserved the | וּנְציּרֵ֥י | ûnĕṣyyrê | oo-nets-YRAY |
of Israel: | יִשְׂרָאֵ֖ל | yiśrāʾēl | yees-ra-ALE |
give also will I | לְהָשִׁ֑יב | lĕhāšîb | leh-ha-SHEEV |
thee for a light | וּנְתַתִּ֙יךָ֙ | ûnĕtattîkā | oo-neh-ta-TEE-HA |
Gentiles, the to | לְא֣וֹר | lĕʾôr | leh-ORE |
that thou mayest be | גּוֹיִ֔ם | gôyim | ɡoh-YEEM |
salvation my | לִֽהְי֥וֹת | lihĕyôt | lee-heh-YOTE |
unto | יְשׁוּעָתִ֖י | yĕšûʿātî | yeh-shoo-ah-TEE |
the end | עַד | ʿad | ad |
of the earth. | קְצֵ֥ה | qĕṣē | keh-TSAY |
הָאָֽרֶץ׃ | hāʾāreṣ | ha-AH-rets |