यशायाह 44:15
तब वह मनुष्य के ईंधन के काम में आता है; वह उस में से कुछ सुलगाकर तापता है, वह उसको जलाकर रोटी बनाता है; उसी से वह देवता भी बनाकर उसको दण्डवत करता है; वह मूरत खुदवाकर उसके साम्हने प्रणाम करता है।
Then shall it be | וְהָיָ֤ה | wĕhāyâ | veh-ha-YA |
man a for | לְאָדָם֙ | lĕʾādām | leh-ah-DAHM |
to burn: | לְבָעֵ֔ר | lĕbāʿēr | leh-va-ARE |
take will he for | וַיִּקַּ֤ח | wayyiqqaḥ | va-yee-KAHK |
thereof, and warm | מֵהֶם֙ | mēhem | may-HEM |
yea, himself; | וַיָּ֔חָם | wayyāḥom | va-YA-home |
he kindleth | אַף | ʾap | af |
baketh and it, | יַשִּׂ֖יק | yaśśîq | ya-SEEK |
bread; | וְאָ֣פָה | wĕʾāpâ | veh-AH-fa |
yea, | לָ֑חֶם | lāḥem | LA-hem |
he maketh | אַף | ʾap | af |
god, a | יִפְעַל | yipʿal | yeef-AL |
and worshippeth | אֵל֙ | ʾēl | ale |
maketh he it; | וַיִּשְׁתָּ֔חוּ | wayyištāḥû | va-yeesh-TA-hoo |
it a graven image, | עָשָׂ֥הוּ | ʿāśāhû | ah-SA-hoo |
and falleth down | פֶ֖סֶל | pesel | FEH-sel |
thereto. | וַיִּסְגָּד | wayyisgād | va-yees-ɡAHD |
לָֽמוֹ׃ | lāmô | LA-moh |